DARBHANGA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अक्सर यह कहते नजर आते हैं कि हमारी सरकार में न तो कोई भ्रष्टाचार करता है और न ही इसे बढ़ावा देता है। इसके बाबजूद इस बात में कितनी सच्चाई है वह शायद ही किसी से छुपा हो। हालांकि, भ्रष्टाचार नियंत्रण को लेकर लगातार एक्शन मोड पर काम भी किया जा रहा है। ऐसे में ताजी जानकारी दरभंगा से निकल कर सामने आई है। यहां एक सरकारी बैंक के अधिकारी को घूस लेते रंगे हाथों दबोचा गया है। घूसखोरी में गिरफ्तार इस बैंक मैनेजर से कड़ी पूछताछ की जा रही है।
निगरानी ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार, दरभंगा स्थित सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की धर्मपुर शाखा के प्रबंधक गुड्डू रजक को निगरानी की टीम ने बुधवार की सुबह कुशेश्वरस्थान के सतिघाट बाजार स्थित किराये के आवास से गिरफ्तार कर लिया है। वह अपने आवास पर बैठकर एक ग्राहक से किसी काम के बदले 30 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था। दरअसल, गुड्डू रजक समस्तीपुर जिले के हसनपुर निवासी रामानंद यादव से 30 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था। रामानंद यादव एक स्वयंसेवी संगठन (एनजीओ) का संचालन करते हैं। उनसे नाबार्ड प्रायोजित योजनाओं में ऋण देने के लिए सेंट्रल बैंक आफ इंडिया, धर्मपुर के शाखा प्रबंधक गुड्डू रजक ने सवा लाख रुपये की मांग की थी।
उधर, बैंक प्रबंधक द्वारा घूस मांगे जाने की शिकायत रामानंद यादव ने निगरानी ब्यूरो से की थी। सुबह में शाखा प्रबंधक ने जैसे ही रामानंद यादव से 30 हजार रुपये की रिश्वत ली, वहां पहले से घात लगाए निगरानी ब्यूरो की टीम ने गुड्डू रजक को दबोच लिया। निगरानी की टीम उसे हिरासत में लेकर सीधे बैंक गई है, जहां ऋण संबंधी अभिलेखों की पड़ताल की जा रही है। निगरानी के कुछ अधिकारी शाखा प्रबंधक के आवास की तलाशी भी रहे हैं। बताया जाता है कि रामानंद यादव स्वयंसेवी संगठन के संचालन के लिए नाबार्ड प्रायोजित योजना में ऋण उपलब्ध कराने के लिए शाखा प्रबंधक गुड्डू रजक ने कुल सवा लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी।