WEST CHAMPARAN : इंडो नेपाल बॉर्डर पर अब पानी को लेकर तनातनी बढ़ गई है. बुधवार की सुबह नेपाल ने अचानक एक नाले का पानी रोक दिया. जिसके बाद बिहार के सैंकड़ों ग्रामीण बार्डर पर पहुंच गए. यहां के लोगों की मांग थी कि जल्द से जल्द नाला को चालू किया जाए, नहीं तो उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
बताया जा रहा है कि भिखनाकोठी स्थित भारतीय सीमा की ओर पंडई नदी से आने वाले तीन में से एक नाले को नेपाल की तरफ से बुधवार की सुबह अचानक बंद कर दिया गया. पानी बंद कर दिए जाने से भारतीय इलाके के लोगों में आक्रोश बढ़ गया लोगों ने बॉर्डर पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया. सूचना मिलते ही एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने में जुट गए, लेकिन लोग नाला खोलने की मांग पर अड़े रहे.
ग्रामीणों का कहना है कि इस नाले का पानी उनके लिए बहुत उपयोगी है. इस पानी से वे लोग रोजमर्रा का काम करते हैं और मवेशियों को पीने का काम आता है. ग्रामीणों का कहना है कि यहां पानी की किल्लत है और ऐसे में गर्मी के इस मौसम में नाले का पानी रोका जाना हम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. नाले को नेपाल प्रशासन तथा वहां के ठेकेदार की ओर से जेसीबी से बुधवार की सुबह पत्थर व बालू से भर दिया गया जिसके बाद भारत में पानी की आपूर्ति ठप हो गई थी.
इसकी सूचना मिलते ही भारतीय अधिकारियों ने नाला स्थल पर पहुंचकर नेपाली अधिकारियों से वार्ता की लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला. नेपाल के तरफ से कहना था कि पुल के करीब से वह नाला जाता था इसलिए उसे भर दिया गया है. पुल से 30 मीटर तक कोई कन्वर्ट नहीं होता है. नेपाल प्रशासन का कहना था कि मात्र दो नाला ही रहेगा एक नाला नेपाल के रामनगर, बुद्ध नगर और वर्मा नगर जाएगा व दूसरा नाला एकला, परसौन जाएगा. हालांकि धमारा के मुखिया सहित सैंकडों ग्रामीण नाला खुलवाने के लिए मौके पर डटे रहे.