PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नए साल में एक बार फिर से राज्य यात्रा पर निकलने वाले हैं। इसको लेकर सभी तरह की तैयारी कर ली गई है। सीएम का यह यात्रा खरमास खत्म होने के बाद शुरू किया जाएगा। सीएम के इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य आगामी 2024 का लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी और खुद के लिए लोगों के बीच क्या मौहल बन रहा है इसकी जानकारी इकट्ठा करना है।
बताया जा रहा है कि, सीएम नीतीश राज्य भर में घूमकर लोगों यह समझाने का प्रयास करेंगे कि, महागठबंधन सरकार की वर्तमान में कौन - कौन सी योजना संचालित हो रही है। इसके साथ ही अन्य लोक कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी लोगों को बताएंगे। इसके साथ ही वो लोगों को शराबबंदी के फायदे गिनाकर इस पर फीडबैक भी लेंगे। सीएम के इस यात्रा को लेकर जेडीयू नेता के तरफ से रोड मैप तैयार कर लिया गया है।
मख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह यात्रा अगले महीने यानी जनवरी 2023 में प्रस्तावित है। इसके जरिए वे राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे। हालांकि यात्रा की तारीख अभी तय नहीं हुई है। लेकिन,जल्द ही इसे सार्वजनिक किया जाएगा। बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, खरमास खत्म होने के बाद यात्रा शुरू हो जाएगी।
इधर, इस यात्रा को लेकर एकबार फिर से सीएम नीतीश कुमार विपक्ष के निशानों पर आ गए हैं। विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा कहा जा रहा है कि, सीएम नीतीश कुमार को इस यात्रा पर निकलने से पहले अपने पापों का प्रायश्चित्त कर लेना चाहिए। उनको सबसे पहले छपरा जाकर वहां के लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिए।
गौरतलब हो कि, लोकसभा चुनाव में अब करीब 15 महीने का ही वक्त बचा है। सीएम नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय राजनीति में जाने और विपक्ष को एकजुट करने को लेकर जुट गए हैं। लेकिन, इससे पहले वो बिहार के लोगों से घूम- घूमकर अपने बारे में फीडबैक लेना चाहते हैं। राज्य में महागठबंधन सरकार बनने के बाद से ही कानून व्यवस्था, शराबबंदी समेत अन्य मुद्दों पर लगातार बीजेपी नीतीश को घेर रही है। ऐसे में सीएम यात्रा निकालकर सरकार की छवि ठीक करने की सोच रहे हैं। हालांकि, नीतीश कुमार को यात्रा के बाद आम चुनाव में कितना फायदा होगा, यह तो वक्त ही बताएगा।