PATNA : भाजपा के नंद किशोर यादव गुरुवार को बिहार विधानसभा का अध्यक्ष बनेंगे। सदन में उनके निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होगी। इसके साथ ही बिहार विधानसभा के किसी एक कार्यकाल में सबसे अधिक अध्यक्ष बनने का रिकार्ड भी 17वीं विधानसभा के नाम दर्ज हो जाएगा। यह पहली बार होगा कि एक ही कार्यकाल में 3 अध्यक्ष चुनने का रिकॉर्ड बनाएगा सदन। अविश्वास प्रस्ताव के बाद रिक्त हुई थी विस अध्यक्ष की कुर्सी।
दरअसल, अध्यक्ष पद की वर्तमान रिक्ति को भरने के लिए 13 फरवरी के दोपहर तक नामांकन करने का समय था। नंद किशोर यादव को छोड़ कर किसी अन्य का नामांकन नहीं आया।राजग के 15 विधायकों ने अलग-अलग उनके नाम का प्रस्ताव दिया है। हर एक प्रस्तावक के साथ एक अनुमोदक भी हैं।राजद के अवध बिहारी चौधरी के विधानसभा अध्यक्ष से हटने के कारण यह रिक्ति हुई है। 12 फरवरी को चौधरी के विरुद्ध पेश अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ था। प्रस्ताव के पक्ष में 125 और विपक्ष में 112 वोट पड़े थे।
आपको बताते चलें कि, 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद तीसरी बार अध्यक्ष का निर्वाचन हो रहा है। 25 नवंबर 2020 को भाजपा के विजय कुमार सिन्हा अध्यक्ष बने। उनका कार्यकाल 24 अगस्त 2022 तक रहा। 25 अगस्त को 2022 को अवध बिहारी चौधरी अध्यक्ष बने। 12 फरवरी को उनका कार्यकाल समाप्त हो गया। 17वीं विधानसभा में अध्यक्ष बदलने का भी रिकॉर्ड बन रहा है। इससे पहले नौवीं विधानसभा (1985-90) में शिवचंद्र झा और मो. हिदायतुल्लाह खां अध्यक्ष बने थे।