NALANDA : नालंदा के बिहारशरीफ स्थित हज़रत मखदूम शेख सरफुद्दीन अहमद यहिया मनेरी के आस्ताने पर शनिवार से 660 वां सालाना उर्स मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मौके पर बड़ी दरगाह पहुंचे और मखदूम साहब के मजार पर चादरपोशी कर बिहार के अमन चैन की दुआएं मांगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी दरगाह स्थित नवनिर्मित अतिथिगृह और जानकाह मुअज्जम स्थित नवनिर्मित मुसाफिरखाना का उद्घाटन किया। इसके अलावे मखदूम साहब के दूसरे गद्दीनशी के संग्रहित उपदेश पर लिखी गयी पुस्तक गंजे-ए- लयफ्फा का भी विमोचन किया। सीएम के आगमन को लेकर बिहारशरीफ में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कई वरीय अधिकारी भी मौजूद थे।
वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि मखदूम साहब की ख्याति पूरे देश दुनिया में है। सलाना उर्स के मौके पर हजारों लोग इबादत करने के लिए यहां आते हैं। लोगों के ठहरने के लिए यहां दो मुसाफिरखाना का निर्माण कराया गया है ताकि यहां आने वाले जरीना को किसी तरह की कोई तकलीफ ना हो। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जिले में आज सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे। वहीँ मुख्यमंत्री के साथ कई वरीय अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे।
वही अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री, मखदूम-ए-जहां के गद्दीनशी सैय्यद शाह सैफउद्दीन अहमद फिरदौसी, पटनासिटी स्थित मिलनघाट खानकाह के गद्दीनशी हजरत शमीमउद्दीन मुनजमी, सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मोहम्मद इर्शादुल्ला, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक राकेश राठी, नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
चादरपोशी के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के खास मौके पर हम पहले भी आते रहे हैं लेकिन बीच में कोरोना का दौर था. इसके चलते आ नहीं पा रहे थे। आज फिर आने का मौका मिला है, मुझे इसके लिए बड़ी खुशी है। यही चाहते हैं कि समाज में सबलोग प्रेम और भाईचारे के साथ रहें एक-दूसरे की इज्जत करें मिलकर चलें, आगे बढ़े, यही हमलोगों की प्रार्थना है।