1st Bihar Published by: Updated Sun, 17 May 2020 06:37:34 PM IST
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PATNA: पटना नगर निगम द्वारा मुख्यालय स्तर से विभिन्न वार्डों में चल रहे नाला उड़ाही कार्य की निगरानी की जा रही है. इसी क्रम में देवेंद्र प्रसाद तिवारी, अपर नगर आयुक्त (योजना) एवं शीला ईरानी, अपर नगर आयुक्त (सफाई) द्वारा पटना सिटी अंचल में नाला उड़ाही के कार्य का निरीक्षण किया गया.
नाले पर बने गोदाम हटाने का निर्देश
निरीक्षण के दौरान करमलीचल स्थित महुली रोड नाला पर विभिन्न निजी कंपनियों द्वारा अतिक्रमण कर गोदाम का संचालन किया जा रहा है. नाले पर आरके ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन एवं पारले बिस्किट प्राइवेट लिमिटेड एवं एसआरएम ग्रुप इस्तादी के गोदाम अवस्थित हैं. उक्त नाले में वार्ड संख्या 61, 64, 66, 67 एवं 68 के पानी की निकासी होती है. वहीं, सिटी होटल के बगल में स्थित सिटी फ्यूल पेट्रोल पंप के बगल से जाने वाले नाले को पाट कर सड़क बना दी गई है जिससे नाले का बहाव पूरी तरह अवरुद्ध है. अतिक्रमण की वजह से नाला का प्रवाह बाधित हुआ है जिससे पांच वार्डों में जलजमाव की संभावना प्रबल हो गई है. अत: निगम के वरीय अधिकारियों द्वारा पटना सिटी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी को अतिक्रमणकारी कंपनियों को नोटिस देकर कागजातों की जांच कर नालों की मापी कराने एवं अतिक्रमण अविलंब हटाने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.
दीदारगंज हॉल्ट के अंडरपास की सफाई का निर्देश
निरीक्षण के दौरान बाइपास रोड अवस्थित एक गोदाम के पास पटना नगर निगम द्वारा बनाए जा रहे कच्चे नाले की चौड़ाई एक मीटर पाई गई. इस नाले की चौड़ाई दो मीटर करने का निर्देश दिया गया ताकि जल का बहाव सुचारू रूप से हो सके. उक्त नाला दीदारगंज हॉल्ट के पास बने पुल के छह अंडरपास से होकर गुजरता है. एक को छोड़ अन्य सभी अंडरपास कचड़े की वजह से जाम हैं. कार्यपालक पदाधिकारी को सभी आउटलेट्स की सफाई करने का निर्देश दिया गया.
दीदारगंज चेक पोस्ट पर कच्चा नाला निर्माण की आवश्यकता
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि दीदारगंज चेक पोस्ट से शकुन ब्रेड गोदाम तक कच्चा नाला बनाने की आवश्यकता है ताकि वार्ड संख्या 72 की जल निकासी सुगम हो सके
निर्माणाधीन अस्थायी संप हाउस का निरीक्षण
पटना नगर निगम के वरीय अधिकारियों द्वारा वार्ड संख्या 56 में शिवाजी कॉलोनी स्थित आईकॉन हॉस्पिटल के पास बुडको द्वारा निर्माणाधीन अस्थायी संप हाउस का भी निरीक्षण किया गया. उल्लेखनीय है कि इस संप हाउस के माध्यम से शिवाजी कॉलोनी एवं आस-पास के क्षेत्रों का पानी पहाड़ी संप तक पहुंचाया जाएगा.
निगम की भूमि के व्यवसायिक उपयोग पर विचार
पटना सिटी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी द्वरा वरीय अधिकारियों को अवगत कराया गया कि बड़ी पहाड़ी मुख्य सड़क के किनारे उक्त अस्थायी सम्प हॉउस के पास पटना नगर निगम की काफी जमीन खाली है. कोई उपयोग नहीं होने की वजह से वर्षा के दौरान यहां जलजमाव हो जाता है. कार्यपालक पदाधिकारी को जमीन की नापी कराकर व्यवसायिक उपयोग हेतु प्रतिवेदन नगर आयुक्त को समर्पित करने का निर्देश दिया गया.
पटना सुरक्षा बांध के पास स्थित नहर की उड़ाही
स्थल निरीक्षण के क्रम में यह बात प्रकाश में आई कि सोनामा पंचायत स्थित पटना सुरक्षा बांध के पूरब से एक नहर है जो दीदारगंज हॉल्ट होते हुए कोठिया, रामबाग, नत्थाचक, पुनाडीह गांव होते हुए एन0एच0 30 पर स्थित टेढ़ीपुल होकर एवं सबलपुर होते हुए गंगा नदी में मिलता है. यह नहर सिंचाई विभाग के अंतर्गत आता है. इसकी कुल लंबाई करीब 14-15 किलोमीटर है. पटना नगर निगम के वार्ड 68, 69, 70, 71 एवं 72 के विभिन्न मोहल्लों का पानी इस नहर में जाता है. निगम के पदाधिकारियों द्वारा नहर का संपूर्ण निरीक्षण किया गया एवं ग्रामीणों से बात की गई. कई स्थानों पर ग्रामीणों द्वारा मिट्टी डालकर नहर को अवरुद्ध कर दिया गया है. ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि लंबी अवधि से नहर की उड़ाही नहीं की गई है जिससे प्रति वर्ष वर्षा के दौरान पानी ओवरफ्लो होकर उनके खेतों में चला आता है जिससे उनकी काफी फसलें नष्ट हो जाती हैं. नहर की नियमित उड़ाही से ना केवल किसानों को राहत मिलेगी बल्कि पटना नगर निगम के निचले क्षेत्र में भी जलजमाव की संभावना नहीं होगी. विभाग द्वारा तत्काल स्थल पर सहायक अभियंता को भेजकर नहर की उड़ाही की वस्तुस्थिति की जांच कर प्रतिवदेन समर्पित करने का निर्देश दिया गया ताकि इसके संबंध में अतिशीघ्र कार्रवाई की जा सके. इस संबंध में नगर आयुक्त को भी अवगत कराया गया। नगर आयुक्त महोदय द्वारा निगम के संबंधित पदाधिकारी को भी प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया ताकि इस नहर के सम्बन्ध में वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराया जा सके.
छटंकी पुल के नाले को बादशाही पाइन से जोड़ने की आवश्यकता
पटना सिटी अंचल अंतर्गत छटंकी पुल स्थिल नाले का भी निरीक्षण किया गया. इस नाले से वार्ड नंबर 61, 62, 64, 66 एवं 67 के पानी की निकासी होती है. निरीक्षण के दौरान पाया गया कि इस नाले का पानी गुरू गोविंद सिंह पथ के पास निजी जमीन से होते हुए जल्ला में मिलता है. नाले का बहाव निजी संपत्ति से होने का विरोध जमीन मालिकों द्वारा अक्सर किया जाता है. इस संबंध में पाया गया कि गुरू गोविंद सिंह पथ के समानांतर एक नाला बनाए जाने की आवश्यकता है जिससे पानी बाइपास के पार होते हुए बादशाही पाइन में मिल जाए. यह कार्य पथ निर्माण विभाग द्वारा किया जाना है। इस संबंध में कार्यपालक अभियंता को प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया ताकि संबंधित विभाग के वरीय पदाधिकारी को सूचित किया जा सके. गुरू गोविंद सिंह पथ में मंगल तालाब के निकट छोटे नालों की सफाई के निरीक्षण के क्रम में कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे सड़क के किनारे ढंके हुए नाले को 50-50 फिट पर पंचर कर अथवा मैनहोल खोलकर नालों की सफाई गहराई से करें.