PATNA: नागरिकता संशोधन बिल का विरोध का श्रेय देने के लिए अब विपक्षी दलों में ही होड़ मच गई है. तेजस्वी ने दावा किया है कि सीएबी का सड़क पर राजद ने सबसे पहले विरोध किया था. इसके बाद ही किसी और पार्टी ने विरोध किया.
सबको बता रहे तेजस्वी
इसको लेकर तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया कि ‘’आपकी जानकारी के लिए बता दूं 10 दिसंबर को रात 12 बजे लोकसभा में CAB पास हुआ था और 11 दिसंबर सुबह 10 बजे हम सड़क पर धरना-प्रदर्शन कर इस काले क़ानून का विरोध कर रहे थे. तब तक तो यह बिल राज्यसभा में table भी नहीं हुआ था. मात्र चंद घंटों बाद सड़क पर उतरने वाली राजद शायद पहली पार्टी थी.’’ तेजस्वी एक ट्वीट का जवाब दे रहे थे.
विरोध में आज बिहार बंद
नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में बिहार में आज विपक्ष का बिहार बंद है. इस बंद में पप्पू यादव की पार्टी जाप, वामदल, वीआईपी समेत कई पार्टियां बिहार बंद कराई है. वही राजद का बिहार बंद 21 दिसंबर को होने वाला है. इसमें भी महागठबंधन के कई दल शामिल होंगे. लेकिन इस बिल के विरोध का सबसे पहले श्रेय तेजस्वी लेना चाहते हैं. इसको लेकर तेजस्वी से यह दावा किया है कि सबसे पहले विरोध करने वाली पार्टी राजद ही है. इसके बाद ही देश में किसी और पार्टियों ने इस बिल का विरोध किया. बता दें कि इस बिल का विरोध बिहार, असम, पश्चिम बंंगाल, दिल्ली, यूपी और मिजोरम समेत कई राज्यों में हो रहा है . कई राज्यों में प्रदर्शन के नाम पर उपद्रव किया जा रहा है. भाजपा और जदयू को छोड़कर सभी पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं.