Bihar News: NEET की परीक्षा देने गया छात्र पटना से लापता, जांच में जुटी पुलिस Bihar News: गंभीर इल्जाम के बाद सहकारिता पदाधिकारी गिरफ्तार, पत्नी के खुलासे के बाद हैरान रह गए लोग Bihar crime News : मुजफ्फरपुर में घरेलू विवाद बना खूनी संघर्ष, बहनोई ने साले की कर दी निर्मम हत्या — पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा Major Gaurav Arya: ईरानी विदेश मंत्री को 'सूअर की औलाद' कहने पर भड़का ईरान, भारत ने दी सफाई — मेजर गौरव आर्या के बयान से मचा बवाल India Pakistan: साथियों को बचाते हुए शहीद हुए बिहार के लाल मो. इम्तियाज, गाँव में छाया मातम Bihar News: बिहार की महिलाएं निकलीं पुरुषों से ज्यादा हंसमुख, हंसी से भगाती हैं तनाव! रिपोर्ट में खुलासा Bihar News: नहीं रहे बिहार के पूर्व परिवहन मंत्री रामानंद प्रसाद सिंह, 85 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस CBI Operation Chakra: CBI का ऑपरेशन चक्र: फर्जी दस्तावेज़ों से सिम जारी, साइबर ठगी में इस्तेमाल Patna Airport: नए टर्मिनल में महिला की लाश मिलने से हड़कंप, मौके पर पहुंचे सिटी SP Bihar Weather: फिर करवट लेने जा रहा बिहार का मौसम, इस जिलों में बारिश और वज्रपात की चेतावनी
1st Bihar Published by: Updated Tue, 13 Dec 2022 07:27:15 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: नगर निकाय चुनाव को लेकर पटना हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गयी है। याचिकाकर्ता सिद्धार्थ शंभू ने CM नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश जारी करने की मांग पटना हाईकोर्ट से की।
सिद्धार्थ शंभू ने अपनी याचिका में इस बात का जिक्र है कि राज्य सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। निकाय चुनाव की घोषणा के बावजूद विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है। जो आचार संहिता का उल्लंघन का मामला है।
बता दें कि स्थानीय निकाय, नगरपालिका में वार्ड सदस्यों समेत अन्य पदों के लिये होने वाले चुनाव में आचार संहिता लागू करने, निष्पक्ष चुनाव के लिए रिट याचिका दायर की गयी है। याचिकाकर्ता का कहना है कि सरकार, मंत्रियों, विधानसभा व विधान परिषद के सदस्यों समेत अधिकारियों द्वारा सत्ता पक्ष महागठबंधन से जुड़े उम्मीदवारों को फायदा पहुंचाया जा सकता है। याचिकाकर्ता सिद्धार्थ शंभू ने बताया कि सत्ता का दुरुपयोग राज्य सरकार कर रही है।
याचिकाकर्ता का यह भी कहना है कि 27 नवंबर को राजगीर में गंगा वाटर सप्लाई स्कीम योजना का उद्घाटन, राजकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल का नालंदा में 12 दिसंबर को उद्घाटन किया गया वहीं 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नियुक्ति पत्र वितरण सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ जो कथित रूप से आचार संहिता का उल्लंघन है।
याचिकाकर्ता ने कोर्ट से अनुरोध किया कि इस गैरकानूनी काम को करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाये।