लूटपाट करने वाले गैंग का खुलासा, CM नीतीश की मीटिंग के दिन इन्होंने ही शराफत हुसैन को मारी थी गोली

लूटपाट करने वाले गैंग का खुलासा, CM नीतीश की मीटिंग के दिन इन्होंने ही शराफत हुसैन को मारी थी गोली

MUZAFFARPUR :  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस वक्त बिहार पुलिस के मुख्यालय में बैठ कर पुलिसकर्मियों को लॉ एंड आर्डर कायम रखने की सीख दे रहे थे, ठीक उसी वक्त नेशनल हाइवे पर एक युवक के शराफत हुसैन को गोली मारने वाले अपराधियों को मुजफ्फरपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से हथियार भी बरामद किये गए हैं. पुलिस के सामने इन बदमाशों ने क़ुबूल किया है कि ये हाइवे पर लूटपाट और हत्या जैसे बड़ी घटनाओं को अंजाम देते थे. 


मुजफ्फरपुर पुलिस ने शराफत हुसैन को गोली मारने वाले अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. बदमाशों ने मोतीपुर थाना क्षेत्र के मोतीपुर ओवरब्रिज पर शराफत हुसैन को गोली मार दी थी. शराफत हुसैन कांटी थाना क्षेत्र में बड़का गांव का रहने वाला है, जिसकी बाइक लूटने के दौरान अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 


मुजफ्फरपुर पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस को गुप्त सूचना मिली की अपराधी हथियार और लूटी गई मोटरसाइकिल के साथ किसी व्यवसाई की हत्या और किसी फाइनेंस कंपनी में डकैती करने के लिए 5 से 7 की संख्या में कांटी थाना क्षेत्र के चिन्मस्तिका मंदिर के समीप इकट्ठा हुए हैं. इस सूचना के आधार पर कांटी थाना अध्यक्ष कुंदन कुमार और मोतीपुर थाना अध्यक्ष अनिल कुमार के नेतृत्व मे एक धावा दल का गठन किया गया और मौके पर छापामारी की गई. जिसमें पुलिस ने हथियार के साथ दो अपराधी को धर दबोचा. जिनकी पहचान मुजफ्फरपुर के सिवाईपट्टी थाना निवासी आकाश कुमार उर्फ विकी व सिवाईपट्टी के ही जयदेव सहनी के रूप में की गई है. पकड़े गए अपराधियों के पास से पुलिस को एक देसी कट्टा, एक देसी पिस्तौल, तीन कारतूस और लूट की 2 मोटरसाइकिल बरामद हुई है. पकड़े गए बदमाशों का आपराधिक रिकार्ड पुलिस खंगाल रही है. 


आपको बता दें कि बुधवार को जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे थे. मुख्यमंत्री जिस वक्त पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे ठीक उसी वक्त अपराधियों ने मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर गोलियां बरसा कर लूट की घटना को अंजाम दिया. अपराधियों की गोली के शिकार बने युवक का नाम मो. शराफत हुसैन है. वह मुजफ्फरपुर के ही करजा थाने के बड़कागांव का निवासी है.  दिल्ली में प्लम्बर का काम करने वाले शराफत की शादी 18 दिन पहले 5 दिसंबर को हुई थी. शादी में उसे पल्सर 220 बाइक गिफ्ट में मिली थी. 


शराफत अपनी शादी में आए एक रिश्तेदार को शहर में छोड़ने के लिए घर  से निकला था. रिश्तेदार को शहर में छोड़कर वापस लौटने के दौरान ये वाकया हुआ. दोपहर करीब 2 बजे नेशनल हाइवे पर अपराधियों ने उसकी बाइक लूटने की कोशिश की. अपराधियों को देखकर शराफत ने अपनी बाइक को भगाया. इसी दौरान लुटेरे ओवरटेक कर उसके करीब पहुंच गये. उसके बगल में पहुंच कर अपराधियों ने शराफत के उपर फायरिंग किया. उसे दो गोलियां मारी गयी. गोलियों से घायल शराफत सड़क पर गिर गया. इसके बाद अपराधी बाइक लेकर निकल गये.


अपराधियों की गोलियों से घायल शराफत सड़क पर छटपटा रहा था. इसी बीच उसके गांव के ही रहने वाले निसार अहमद उसी रास्ते से जा रहे थे. उन्होंने शराफत को लहुलुहान तड़पते देखा तो उसके घर वालों को खबर थी. निसार अहमद ही उसे स्थानीय लोगों की मदद से मुजफ्फऱपुर शहर के एक अस्पताल में ले गये. शराफत को मुजफ्फरपुर के बैरिया में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.