मुजफ्फरपुर में मुंबई के टाटा मेमोरियल जैसे कैंसर हॉस्पीटल का निर्माण इसी साल शुरू होगा, संसद में केंद्र सरकार ने दी जानकारी

मुजफ्फरपुर में मुंबई के टाटा मेमोरियल जैसे कैंसर हॉस्पीटल का निर्माण इसी साल शुरू होगा, संसद में केंद्र सरकार ने दी जानकारी

DESK: बिहार के मुजफ्फरपुर में 198 करोड़ की लागत से मुंबई जैसे कैंसर हॉस्पिटल का निर्माण इसी साल शुरू हो जायेगा। केंद्र सरकार ने संसद में ये जानकारी दी है। हालांकि फिलहाल मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल के सहयोग से मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में कैंसर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। लेकिन नये अस्पताल का निर्माण का काम इसी साल शुरू हो जायेगा।


सुशील मोदी ने पूछा था सवाल


दरअसल केंद्र सरकार ने मुजफ्फरपुर में मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल के सहयोग से आधुनिक कैंसर अस्पताल खोलने का एलान किया था। बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने राज्यसभा में उस संबंध में सवाल पूछा था। सुशील मोदी ने पूछा था कि सरकार कब तक इस अस्पताल के निर्माण का काम शुरू करेगी। 


198 करोड़ रूपये का आवंटन


सुशील मोदी के सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग (भारत सरकार) ने टाटा मेमोरियल अस्पताल के सहयोग से मुजफ्फरपुर में उपचार की तमाम सुविधाओं सहित कैंसर अस्पताल की स्थापना के लिए 198.15 करोड़ की स्वीकृति दी है। इसी साल टेंडर कर अस्पताल का निर्माण शुरू कर दिया जायेगा। 


फिलहाल SKMCH में हो रहा इलाज


केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि फिलहाल मुंबई के टाटा मेमोरियल के सहयोग से मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कैंसर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कैंसर रोगियों के उपचार के लिए इस साल फरवरी में श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सहयोग से एक मॉड्यूलर अस्पताल स्थापित किया गया है, जिसमें अबतक 200 कैंसर मरीजों की सर्जरी के साथ एक हजार से अधिक मरीजों की कीमोथरेपी की गई है.


केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि नये कैंसर अस्पताल में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के साथ विकिरण, रेडियोलॉजी तथा पेलिएटिव केअर आदि की सुविधाएं भी होंगी. अस्पताल निर्माण के लिए टेंडर में दोरी के कारण निविदा में देरी के वित्तीय वर्ष 2018-19 से लेकर 2021-22 तक कुल 9.42 करोड़ का बजटीय प्रावधान किया गया जिनमें से 3.95 करोड़ खर्च हुए हैं.