MUZAFFARPUR : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे नेताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. बिहार के मुजफ्फरपुर में ये घटना हुई है. दो महीने से ज्यादा समय से धरना पर बैठे नेताओं को आज जमकर पीटा गया, उनके टेंट-तंबू को भी उखाड़ फेंका गया.
खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर हमला
दरअसल केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के नेता पिछले 69 दिनों से धरना पर बैठे. मुजफ्फरपुर में शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर ये धरना चल रहा है. मंगलवार की दोपहर 15-20 लोग लाठी डंडे से लैस होकर धरना स्थल पर पहुंच गये और धरना दे रहे लोगों पर हमला बोल दिया.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावरों ने किसान नेताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. उनके बैनर-पोस्टर फाड़ दिए और टेंट-तंबू उखाड़ फेंका. फिर सारे धरना देने वालों को खुदीराम बोस स्मारक स्थल से बाहर निकाल दिया गया. 15-20 की संख्या में आये हमलावर लाठी-डंडे से लैस थे और ताबड़तोड़ लाठियां चला रहे थे. 10 मिनट के भीतर घटना को अंजाम देकर वे निकल गये.
धरना पर हमला मुजफ्फरपुर शहर के बीचोबीच हुआ. खुदीराम बोस स्मारक स्थल मुजफ्फरपुर के कंपनी बाग में हैं जहां से कुछ ही दूरी पर डीएम-एसपी का ऑफिस है. किसान नेताओं पर सरेआम हमले से कंपनीबाग इलाके में अफरा-तफरी फैल गयी. हमले में मार खाने वाले किसान नेता कंपनीबाग रोड़ पर ही धरने पर बैठ गये, जिससे रोड जाम हो गया. वे हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
धरना देने वालों पर हमला और सड़क जाम की खबर मिलने के बाद मुजफ्फरपुर की दो थानों की टीम घटनास्थल पर पहुंची. उन्होंने किसान नेताओं से बात कर कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद किसान नेता सड़क से हटे. किसान नेताओं ने बीजेपी पर हमला कराने का आरोप लगाया है. मुजफ्फरपुर नगर थानेदार ओमप्रकाश ने बताया कि धरना पर बैठे किसान नेताओं पर हमले की बात सामने आयी है. उनके साथ मारपीट भी की गई है. लेकिन पुलिस को कोई लिखित आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी.