मुबंई से लौटे बीमार युवक को नहीं घुसने दिया गांव में, संदिग्ध होने पर पूरे गांव को सेनेटाइज करने की मांग

मुबंई से लौटे बीमार युवक को नहीं घुसने दिया गांव में, संदिग्ध होने पर पूरे गांव को सेनेटाइज करने की मांग

DESK : बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता ही चला जा रहा है। बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 24 हो गयी है। ऐसे में लोगों में कोरोना का खौफ सर चढ़ कर बोल रहा है। बिहार के मधेपुरा में एक युवक के मुंबई से लौटने के बाद लोगों के उसे गांव के अंदर घुसने तक नहीं दिया और अब युवक के संदिग्ध पाए जाने के बाद प्रशासन से पूरे गांव को सेनेटाइज करने की मांग की है।


मधेपुरा जिले के पुरैनी प्रखंड क्षेत्र के एक गांव में ये वाक्या पेश आया है। जहां मुंबई से लौटे एक युवक के बीमार पड़ने पर उसे रातभर उसे ठाकुरबाड़ी में रखा। सुबह प्रशासन को सूचना दी गयी तो मेडिकल टीम उसे आइसोलेट कर सदर अस्पताल ले गयी। इसके बाद गांव वाले इतने डर गये कि उन्होनें पूरे गांव को सेनेटाइज करने की मांग प्रशासन से की है।


बताया जा रहा है कि मधेपुरा जिले के आलमनगर थाना क्षेत्र के एक गांव के रहनेवाले 35 वर्षीय युवक पुरैनी थाना क्षेत्र स्थित अपने ननिहाल में आया था। युवक की तबीयत बुधवार की देर रात अचानक बिगड़ गयी। युवक को खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होने पर ग्रामीणों ने युवक को गांव से बाहर स्थित ठाकुरबाड‍़ी में उसे रात भर रखा। फोन से प्रशासन को युवक की तबीयत खराब होने की सूचना दी गयी। पुरैनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर गुरुवार की सुबह गांव पहुंचे और युवक को आइसोलेटेड एंबुलेंस से मधेपुरा सदर अस्पताल भेज दिया गया। युवक के संबंध में बताया जाता है कि वह एक सप्ताह पहले ही मुंबई से लौटा है।