Akshara Singh: एक्ट्रेस अक्षरा सिंह और उनके पिता के खिलाफ कोर्ट ने जारी किया समन, इस दिन अदालत में हाजिर होने का आदेश समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Cancer causing food: रोज़मर्रा का ये खाना बन रहा है कैंसर मरीजों की मौत की वजह ,रिसर्च में खुलासा! Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत
1st Bihar Published by: SANT SAROJ Updated Tue, 16 Nov 2021 09:38:40 PM IST
SUPAUL: सुपौल में पीपरा प्रखंड के दीनापट्टी गांव में हुए पंचायत चुनाव में हारीं मुखिया प्रत्याशी आशा देवी के समर्थकों ने समाहरणालय के गेट पर जमकर हंगामा मचाया। डीएम से मिलने देने की मांग को लेकर हंगामा करने के दौरान लोगो ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी कर उन्हें घायल कर दिया। इस मामले में पुलिस ने कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों को भी चोटें आई है। जिन्हे सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
पीपरा प्रखंड के दीनापट्टी पंचायत के लिए 13 नवंबर को हुए मतगणना के बाद जिला प्रशासन के मीडिया वाट्सएप ग्रुप में दीनापट्टी की आशा देवी और अदिति रिस्वाती दोनों नाम को एक साथ दिखाते हुए 2464 वोट दिखाया गया। जबकि दुलारी देवी को 1695 मतों के साथ दूसरे नंबर पर बताया गया। वही निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर अदिति रिस्वाती को विजयी घोषित किया गया। लोग इस बात को लेकर भ्रम में थे कि आशा देवी और आदिती रिस्वाती दोनों अलग नाम है। जिसके बाद कुछ अखबारों में दीनापट्टी की प्रत्याशी आशा देवी की जीत की रिपोर्ट छापी गयी।
जबकि वो इस चुनाव में हार चुकी थी। इसी मामले को लेकर उनके समर्थकों ने समाहरणालय गेट पर हंगामा शुरु कर दिया और जीत का सर्टिफिकेट देने की मांग करने लगे। जिसके बाद वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड के ऊपर ताबरतोड़ पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी जिससे वे घायल हो गये। दो पुलिसकर्मी को चोटे आयी है। जिसके बाद पुलिस ने भी हवाई फायरिंग कर भीड़ को हटाया। इस दौरान कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
घटना उस वक्त हुई जब जिले के डीएम और एसपी समाहरणालय में वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये शराबबंदी की समीक्षा बैठक में शामिल थे। इस दौरान घंटे भर तक समाहरणालय परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। इस बाबत एसपी मनोज कुमार ने बताया कि कुछ अखबरों में गलत रिपोर्ट छपी थी। जिसे लेकर समर्थकों द्वारा हंगामा किया गया। उन्होने कहा समर्थकों को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखनी चाहिए थी लेकिन उनके द्वारा उत्पात मचाया गया। इस मामलें में पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।