DELHI : मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान में भी कांग्रेस के लिए बुरे दिन की शुरुआत होते दिख रही है. कमलनाथ सरकार के बाद अब अशोक गहलोत की सरकार पर बड़ा संकट आ गया है. सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ-साथ 27 कांग्रेसी विधायक बीजेपी के संपर्क में है.
मौजूदा संकट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल सुबह विधायक दल की बैठक बुलाई है. सुबह 10:30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए सचिन पायलट समेत सभी विधायकों को सूचना दी गई है लेकिन सचिन पायलट दिल्ली में हैं और वह इस बैठक में शामिल नहीं होंगे.
सचिन पायलट में दिल्ली पहुंचने के बाद यह कह दिया है कि गहलोत सरकार अल्पमत में आ गई है. उनके साथ विधायकों का समर्थन है और अशोक गहलोत को अल्पमत में होने के बाद मुख्यमंत्री रहने का अधिकार नहीं है. राजस्थान में हाई वोल्टेज पॉलीटिकल ड्रामा के दौरान थोड़ी देर पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के विधायकों को मिलने के लिए अपने आवास पर बुलाया था. जयपुर स्थित मुख्यमंत्री आवास से निकले कांग्रेस के विधायकों ने कहा है कि पार्टी मजबूती के साथ एकजुट है. अशोक गहलोत से मिलकर निकलने वाले विधायकों का कहना है कि यहां पार्टी को कोई नुकसान नहीं पहुंचने वाला है.
अगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने राजस्थान में पार्टी की हालत पर चिंता जताई है. कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि आखिर हम नींद से कब जागेंगे, जब घोड़े अस्तबल से निकल जाएंगे तब. अशोक गहलोत के धरने से जुड़े कांग्रेसी विधायकों का कहना है कि सरकार 5 साल चलेगी और सरकार को कोई खतरा नहीं है.