मोहनियां टोल प्लाजा का हाल देखिये..मजिस्ट्रेट और पुलिस की तैनाती के बावजूद 3 दिन में पार हो गए 926 ओवरलोडेड ट्रक

मोहनियां टोल प्लाजा का हाल देखिये..मजिस्ट्रेट और पुलिस की तैनाती के बावजूद 3 दिन में पार हो गए 926 ओवरलोडेड ट्रक

KAIMUR: कैमूर जिले में बालू लदे ओवरलोड वाहनों का परिचालन लगातार जारी है। अधिकारी और एंट्री माफिया की सांठ-गांठ से ऐसा किया जा रहा है। जो सरकारी राजस्व को चूना लगाने का काम कर रहे हैं। इससे सरकार के करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। बता दें कि इस पर निगरानी रखने की जिम्मेदारी जिन कंधों पर है शायद वहीं ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। ओवरलोडिंग वाहनों को पकड़ने के लिए  मजिस्ट्रेट और पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है इसके बावजूद मोहनियां टोल प्लाजा से बीते तीन दिनों के भीतर 926 ओवरलोडेड ट्रक पार हो गये।


मोहनिया टोल प्लाजा से जारी किए गए ओवरलोडेड वाहनों के आंकड़ों के अनुसार महज 3 दिन में 926 ओवरलोड ट्रक कैमूर जिले के मोहनिया टोल प्लाजा को पार करते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गया। जबकि इन ओवरलोडेड वाहनों पर लगाम लगाने के लिए मोहनिया टोल प्लाजा पर एक मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल की 3 शिफ्टों में 24 घंटा तैनाती प्रतिदिन की गई है। उसके बावजूद 926 ओवरलोडेड ट्रक मोहनिया टोल प्लाजा को इन सारे अधिकारियों की मौजूदगी में पार हो जाना प्रशासनिक कार्रवाई पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। 


सबसे अधिक बालू की ओवरलोडेड ट्रक 

सासाराम से उत्तर प्रदेश की तरफ सबसे अधिक बालू लदे ओवरलोडेड वाहनों का ही परिचालन होता है। इन ट्रकों को पकड़ने के सारे इंतजाम को धता बताते हुए इंट्री माफिया टोल प्लाजा पर मौजूद अधिकारियों की सांठगांठ से आसानी से वाहनों को पार करा दे रहे । 


रोज भेजी जाती है ओवरलोडेड वाहनों की लिस्ट 

अगर टोल प्लाजा के आंकड़ों पर गौर करें तो 25 अक्टूबर को 222, 26 अक्टूबर को 299, और 27 अक्टूबर को 405, यानी महज 3 दिन में 926 ओवरलोडेड ट्रक सरकार के राजस्व का चूना लगाते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर चुके हैं। ओवरलोडेड वाहनों की लिस्ट हर दिन अधिकारियों को भेजी जाती है। 


ओवरलोडेड ट्रक से 4 लाख रुपया जुर्माना 

बालू लदे एक ट्रक ओवरलोड पकड़ाता है तो सरकार को 3 से ₹4 लाख का राजस्व आता है। अंदाजा लगाया जा सकता है इतनी संख्या में ट्रक अगर प्रतिदिन पार हो रहे हैं तो सरकार को कितने राजस्व की हानि हो रही है और जिन अधिकारियों को बालू लदे ओवरलोड ट्रकों को पकड़ने के लिए मोहनिया टोल प्लाजा पर प्रत्येक दिन तीन शिफ्ट में 24 घंटे तैनात किया गया है आखिर वह अपने ड्यूटी अच्छे तरीके से नहीं कर रहे हैं तो क्या होगी करवाई?


 क्या कहते हैं डीएम? 

कैमूर जिला अधिकारी नवदीप शुक्ला ने बताया कि टोल प्लाजा के लेन में लगा धर्म कांटा कई बार अंडरलोड ट्रकों को भी ओवरलोड बताता है। फिर भी जो टोल प्लाजा से सूची हमें ओवरलोड ट्रकों का उपलब्ध कराई जाती है उस पर जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी।