मोदी सरकार से तेजस्वी ने पूछा सवाल, 10 लाख नौकरियां नियमित होगी या ठेके पर? क्या परीक्षा शुल्क भी लिया जाएगा?

मोदी सरकार से तेजस्वी ने पूछा सवाल, 10 लाख नौकरियां नियमित होगी या ठेके पर?  क्या परीक्षा शुल्क भी लिया जाएगा?

PATNA: अगले डेढ़ साल में 10 लाख लोगों को नौकरी देने का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। PMO की ओर से इस बात की जानकारी दी गयी है। केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद विपक्ष हमलावर नजर आ रहा है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे लेकर सवाल किया है। तेजस्वी ने केंद्र की मोदी सरकार से यह पूछा है कि क्या ये नौकरियां नियमित होगी या ठेके (संविदा) पर होगी? वही नेता प्रतिपक्ष ने यह भी पूछा है कि क्या इनके लिए भी परीक्षा फॉर्म शुल्क लिया जाएगा?


बता दें कि अगले डेढ़ सालों में ही केंद्र सरकार के तमाम विभागों में 10 लाख पदों पर भर्ती की जाएगी। पीएमओ की ओर से जानकारी देते हुए यह ट्वीट किया गया है, 'पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रालयों एवं विभागों में मानव संसाधन की समीक्षा की है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार को आदेश दिया है कि अगले डेढ़ सालों में इस पर मिशन मोड में काम किया जाए और 10 लाख लोगों को भर्ती किया जाए।


रोजगार को लेकर मोदी सरकार ने जो घोषणा किए उस पर अब विपक्ष कई सवाल कर रहा है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हर साल दो करोड़ नियमित नौकरियां देने का बीजेपी ने लिखित वादा किया था लेकिन 8 साल के शासन के दौरान वो वादा पूरा नहीं किया। अब डेढ़ साल में केवल दस लाख नौकरियां देने का जुबानी खर्च हो रहा है। 


मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि इनकी बातों, वादों, कसमों, जुमलों, भाषणों और इरादों का तुलनात्मक विश्लेषण होना चाहिए कि नहीं? क्या झूठ की कोई सीमा होती है? तेजस्वी ने बीजेपी से यह भी सवाल किया कि बिहार में डबल इंजन की सरकार यह बताए कि कथित डेढ़ साल में देशभर में दी जाने वाली 10 लाख नौकरियाँ उनके वादेनुसार बिहार में दी जाने वाली 19 लाख नौकरियों से अलग है या उसी में से है?