PATNA : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार रेलवे में बड़ा बदलाव करने जा रही है. देश भर में कुल 8202 ट्रेनों का परिचालन होता है. इन 8202 ट्रेनों में से ज्यादातर का समय बदलने की तैयारी है. इस दौरान कई रेलगाड़ियां बंद भी हो जाएंगी. लाॅकडाउन की वजह से 73 डिवीजनों की करीब 500 रेलगाड़ियां बंद पड़ी हैं. इसका फायदा उठाते हुए रेलवे नई समय सारिणी तय कर लिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बंद पड़ी 500 ट्रेनों को नहीं चलाने का फैसला लिया गया है. वहीं 1000 से ज्यादा पैसेंजर रेलगाड़ियों को एक्सप्रेस में और एक्सप्रेस ट्रेन को मेल एवं सुपरफास्ट में अपग्रेड कर दिया गया है. वहीं ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए एक बुरी खबर है कि लगभग 10 हजार छोटे स्टेशनों पर इन रेलगाड़ियों का ठहराव बंद कर दिया गया है.
बताते चलें कि रेलवे पिछले डेढ़ साल से इस योजना पर काम कर रहा था. रेल मंत्रालय ने इसका नाम जीरो बेस्ड टाइम टेबल रखा है. रेलवे का लक्ष्य है कि अगर कोरोना से हालात सामान्य हो गए और तीसरी लहर जैसी कोई चीज सामने नहीं आई तो वर्ष 2022 तक इसे पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा.
रेलवे ने यह जीरो बेस्ड टाइम टेबल आईआईटी मुंबई के साथ मिलकर तैयार किया है. इसके लागू होने से न सिर्फ ट्रेनों की स्पीड बढ़ जाएगी बल्कि संचालन का समय भी घट जाएगा. इसकी वजह से सभी 8202 रेलगाड़ियों के टाइम टेबल में 5 से 1ः30 तक का बदलाव हो जाएगा.
आपको बता दें कि जिन 10 हजार स्टाॅपेज को बंद करने का निर्णय लिया जा रहा है, उनमें से अधिकतर स्टाॅपेज धीमी गति से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों की हैं. वहीं जिन पैसेंजर रेलगाड़ियों में किसी भी हाल्ट पर न्यूनतम 50 यात्री चढ़ते या उतरते होंगे, वहां स्टाॅपेज बंद नहीं किया जाएगा.