PATNA : 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले मोदी मंत्रिमंडल में आखिरी फेरबदल इसी महीने देखने को मिल सकता है। जी हां, दिल्ली के सियासी गलियारे में लगातार इस बात की चर्चा हो रही है। माना जा रहा है कि 2024 की चुनावी तैयारी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट में बड़ा बदलाव कर सकते हैं। बीजेपी के अंदरूनी सूत्र भी मान रहे हैं कि केंद्रीय कैबिनेट में शामिल कई मंत्रियों को अब संगठन में जगह दी जा सकती है, साथ ही साथ कुछ ऐसे नए चेहरे जो भविष्य के लिए फायदेमंद साबित हों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनपर भरोसा जता सकते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की खबरों के बीच इस वक्त दिल्ली स्थित मंत्रालयों में बेचैनी भी देखने को मिल रही है। हर कोई जानना चाहता है कि फेरबदल में किस का पता कटेगा और किसके लिए जगह बन जाएगी।
लुटियन जोन में तो मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार की तारीख तक की खूब चर्चा हो रही है। दरअसल चर्चा के मुताबिक इसी महीने 18 से 25 जनवरी के बीच केंद्रीय मंत्रिमंडल का फेरबदल हो सकता है। इसके पीछे तर्क भी दिए जा रहे हैं, बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी 16 और 17 जनवरी को बुलाई गई है। 23 जनवरी को जेपी नड्डा बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होने वाला है। ऐसे में अगर केंद्रीय मंत्रिमंडल के अंदर फेरबदल होना है तो यह 26 जनवरी के पहले यानी 25 जनवरी और 18 जनवरी के बाद यानी बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी खत्म होने के बाद हो सकता है। बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व पर फैसले के साथ-साथ अगर केंद्रीय कैबिनेट में शामिल कुछ चेहरों को संगठन में लाया जाता है तो उनकी भूमिका भी तय की जाएगी।
केंद्रीय कैबिनेट में जब पिछली दफे बदलाव किया गया था तो रवि शंकर प्रसाद जैसे पुराने नेता को मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था। इस बार भी अगर फेरबदल होता है तो बिहार से आने वाले कुछ चेहरों की केंद्रीय कैबिनेट से विदाई हो सकती है, हालांकि यह भी चर्चा भर है अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेना है। लेकिन बढ़ती उम्र के साथ जो चेहरे केंद्रीय कैबिनेट में फिलहाल बने हुए हैं या जिनका प्रदर्शन बहुत बेहतर नहीं रहा है उनकी जगह नए चेहरों को बिहार से एंट्री मिल सकती है। बिहार से केंद्रीय कैबिनेट में जो चेहरे नई जगह पाएंगे उनके पीछे राजनीतिक और जातीय समीकरण भी महत्वपूर्ण फैक्टर होंगे। बिहार में नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने के बाद किन चेहरों को शामिल करने से बीजेपी को लोकसभा चुनाव के अंदर फायदा मिलेगा, इस बात को लेकर पीएम मोदी मंथन कर चुके होंगे। फिलहाल केंद्रीय कैबिनेट में शामिल मंत्रियों की बेचैनी बढ़ी हुई है और हर कोई पीएम मोदी के फैसले का इंतजार कर रहा है। बिहार से आने वाले सहयोगी दल का चेहरा केंद्रीय कैबिनेट में कौन होगा इसको लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। चिराग पासवान की एंट्री क्या वाकई केंद्रीय कैबिनेट में हो पाती है और चाचा पशुपति पारस की विदाई पर मुहर लगती है, यह देखना भी दिलचस्प होगा।