Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: बिहार में राजनीतिक रंजिश को लेकर मारपीट, ‘हाथी’ बनाम ‘लालटेन’ के विवाद को लेकर बवाल Test Cricket : टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार होगा बड़ा बदलाव, लंच और टी ब्रेक का क्रम बदला जाएगा; जानिए क्या है वजह Bihar Voter Service : चुनावी सहायता अब आसान, बीएलओ के साथ करें कॉल बुक, इस टोल फ्री नंबर पर हल होंगी सभी दुविधाएं Bihar Election 2025: सोशल मीडिया पर EOU की सख्त निगरानी, चार यूट्यूब चैनल के खिलाफ केस दर्ज; वॉचलिस्ट में 135 प्रोफाइल्स Bihar Election 2025: सोशल मीडिया पर EOU की सख्त निगरानी, चार यूट्यूब चैनल के खिलाफ केस दर्ज; वॉचलिस्ट में 135 प्रोफाइल्स Bihar Election 2025 : 'विजय बाबू को विधायक बनाओं हम उनको बड़ा आदमी बनाने का काम करेंगे ....', गृह मंत्री अमित शाह ने दिए बड़े संकेत
1st Bihar Published by: Updated Wed, 17 Mar 2021 02:55:51 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : राज्यपाल कोटे से एमएलसी मनोनयन के बाद जनता दल यूनाइटेड में नाराजगी सामने आई है. जनता दल यूनाइटेड के पुराने विधान पार्षदों को एक बार फिर से विधान परिषद भेजे जाने के फैसले के बाद पार्टी के ऐसे नेताओं को झटका लगा है, जो अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन एमएलसी मनोनयन की लिस्ट जारी होने के बाद आहत हैं.
फर्स्ट बिहार से बातचीत में जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि एमएलसी मनोनयन मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. राज्य कैबिनेट ने उन्हें इसके लिए अधिकृत किया था लेकिन अब फैसले के बाद उन्हें ऐसा लगता है कि राजनीति में निष्ठा और योग्यता की कोई आवश्यकता नहीं है. यह सब बातें अब केवल डिक्शनरी में ही अच्छी लगती है.
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि बिहार में कायस्थ समाज हाशिए पर जा चुका है. राज्य को एक दौर में कई महत्वपूर्ण विभूति देने वाले इस समाज को आज राजनीतिक तौर पर हाशिए के अंदर ढकेल दिया गया है. राजीव रंजन ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फैसले से वह काफी आहत हैं. कायस्थ समाज के लिए यह अस्तित्व संकट का दौर है.