MLC फ्लैट हत्याकांड का हो गया खुलासा, छह लोगों को पुलिस ने किया अरेस्ट; खोजी कुत्तों ने दिलाई सफलता

MLC  फ्लैट हत्याकांड का हो गया खुलासा, छह लोगों को पुलिस ने किया अरेस्ट; खोजी कुत्तों ने दिलाई सफलता

PATNA : पटना में एमएलसी के फ्लैट में एक युवक के शव मिलने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। बताया जा रहा है कि मदजूर और गार्ड ने चोरी के संदेह में एक शख्स की हत्या कर दी। अधिक पिटाई की वजह से उसकी मौत हो गई जिसके बाद सभी फरार हो गए थे। सचिवालय डीएसपी ने इसकी जानकारी दी है। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को अरेस्ट किया है। 


दरअसल, सचिवालय थाना क्षेत्र में आर ब्लाक के नजदीक अटल पथ से सटे एमएलसी फ्लैट के निर्माणाधीन क्वार्टर नंबर 20 में हाथ और पैर बांध एक युवक की पीटकर हत्या करने के मामले को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझा ली है। इसके साथ ही हत्या में संलिप्त छह आरोपितों को पुलिस ने धर दबोचा है। इस हत्या में शामिल लोगों की पहचान अमरजीत कुमार (खजुरी, कोंच, गया), कमलेश कुमार (परसबिगहा, कोंच, गया), अजय कुमार (परसबिगहा, कोंच, गया), संजय कुमार (मरदुआ, टिकारी, गया), दिलीप कुमार (मरदुआ, टिकारी, गया) और राहुल कुमार (हरिमखदुमपुर, अलीपुर, गया) के रूप में हुई है।


पुलिस ने बताया कि - ये सभी लोग सभी मजदूर और गार्ड का काम करते हैं। उन्होंने औजार चोरी के संदेह पर कृष्णा उर्फ अंशु (18) को पकड़ लिया और बांध कर पीटने लगे। अधिक पिटाई की वजह से उसकी मौत हो गई, जिसके बाद सभी फरार हो गए थे। सचिवालय डीएसपी ने बताया कि इस कांड में एक और आरोपित की संलिप्तता आई है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। वहीं, इस वारदात के बाद आरोपित जिस बाइक से भागे थे, उसे भी बरामद कर लिया गया है।


उधर, एफएसएल और डाग स्क्वायड को बुलाया था। एफएसएल ने मौका का मुआयना करने के बाद स्पष्ट कर दिया था कि कृष्णा को रेलिंग में बांध कर पीटा गया था और इसी क्रम में उसकी मृत्यु हो गई थी। वहीं, खोजी कुत्ता जब पहुंचा तो वह निर्माणाधीन क्वार्टर के एक कमरे में गया और वहां पड़े ऊनी कपड़ों को सूंघ कर भौंकने लगा। तब ठेकेदार से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने वहां काम करने वाले मजदूरों के नाम बताए। इधर, दूसरी टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। इस दौरान आर ब्लाक पर दो युवकों को बाइक से भागते देखा गया। पूछने पर मालूम हुआ कि वे गार्ड हैं। सारे साक्ष्य और संयोग स्थापित कर पुलिस ने आरोपितों को मोबाइल लोकेशन के आधार पर दबोच लिया। इसके बाद उन्होंने पूरी कहानी बता दी।