BHAGALPUR : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के दोनों राजनीतिक खेमों एनडीए और महागठबंधन में घमासान लगातार बढ़ता रहा है। हांलांकि चिराग पासवान और नीतीश के बीच के टकराव की वजह से एनडीए में जो घमासान था वो कम होता हुआ नजर आ रहा है लेकिन महागठबंधन की किचकिच खत्म होती नजर नहीं आ रही है। काॅर्डिनेशन कमिटी की डिमांड पूरी नहीं होने पर ‘मांझी’ महागठबंधन का साथ छोड़ चुके हैं और अब कांग्रेस और आरजेडी के बीच भी सीटों को लेकर ठनी हुई है।
कांग्रेस सीटों की डिमांड को लेकर पूरी तरह अड़ गयी है। कांग्रेस खेमे से आने वाले बयानों से ऐसे संकेत लगातार मिल रहे हैं। कांग्रेस के सचिव और बिहार प्रभारी वीरेन्द्र सिंह राठौड़ ने दावा किया है कि महागठबंधन एकजुट है लेकिन सीटो को लेकर सम्मानजनक समझौता होना चाहिए। राठौर दो दिवसीय दौरे पर भागलपुर पहुंचे हैं।
आपको बता दें कि कांग्रेस की ओर से सीटों को लेकर इससे पहले भी कई बयान आ चुके हैं जिसने महागठबंधन के अंदरखाने कलह सुलगने के संकेत दिये हैं। इससे पहले कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा था कि कांग्रेस बिहार में 80 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारना चाहती है। बयान पर बवाल बढ़ा तो कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को सफाई देनी पड़ी थी कि सीटों को लेकर महागठबंधन में कोई झगड़ा नहीं है।