DESK : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मीटिंग मैं देर से पहुंचने को लेकर विवादों में घिरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब इस मामले पर पलटवार किया है. ममता बनर्जी मैं आपसे थोड़ी देर पहले वर्चुअल प्रेस वार्ता करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार मुझे अपमानित करने का काम कर रही है. ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि उन्हें अपमानित करने और मीडिया के जरिए उनके खिलाफ माहौल बनाने के लिए जानबूझकर मीटिंग में खाली पड़ी कुर्सियों की तस्वीर दिखाई गई.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य के मुख्य सचिव प्रशासनिक के हेड होते हैं और उनके साथ केंद्र सरकार जिस तरह का बर्ताव कर रही है, वह बेहद आपत्तिजनक है. आपदा के इस दौर में केंद्र सरकार के फैसले से सरकार का राहत कार्यक्रम प्रभावित होगा. ममता बनर्जी ने कहा है कि उन्हें बार-बार बीजेपी और केंद्र सरकार की तरफ से निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने पहले ही बता दिया था कि वह शुक्रवार को दीघा में है और मीटिंग में नहीं आ पाएंगी लेकिन इसके बावजूद वह देरी से मीटिंग में पहुंची. लेकिन लोगों के बीच मैसेज यह दिया गया कि मैंने जानबूझकर प्रधानमंत्री की मीटिंग का बायकाट किया.
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने बिना जानकारी के राज्य के मुख्य सचिव को वापस बुला लिया है. इस तरह की कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. मुख्य सचिव राज्य सरकार का अधिकारी होता है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री की मीटिंग में देरी से पहुंचने के कारण राज्य के मुख्य सचिव अल्पन बंदोपाध्याय को केंद्र सरकार ने दिल्ली वापस बुला लिया है.
केंद्र के इस फैसले के बाद ममता बनर्जी बेहद नाराज हैं. हालांकि उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल की जनता और आपदा में उनको मिलने वाली राहत के लिए वह प्रधानमंत्री के पैर भी छू सकती हैं. लेकिन केंद्र सरकार तो इस तरह से इस तरह इन राजनीति नहीं करनी चाहिए.