PATNA : शनिवार को मंत्री रामसूरत राय के मसले पर बिहार विधानसभा में हाथापाई होने के बाद अब सदन के अंदर गतिरोध खत्म करने के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है. सत्ता पक्ष ने यह साफ कर दिया है कि मंत्री रामसूरत राय इस मामले में सफाई नहीं देंगे.सत्ता पक्ष ने विपक्ष के मांग को ठुकराते हुए यह साफ कर दिया है इस मामले में मंत्री के तरफ से कोई सफाई नहीं दिया जाएगा.
बता दें कि बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के कक्ष में सुबह 10 बजे से सर्वदलीय बैठक शुरू हुई. इस बैठक में डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, मंत्री विजेंद्र यादव, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, मंत्री श्रवण कुमार समेत वाम दलों के दलीय नेता बैठक में शामिल हुए.
बता दें कि 13 मार्च को मंत्री रामसूरत राय के मुद्दे पर घिरी नीतीश सरकार की विधानसभा में जबरदस्त फजीहत हुई थी. विधानसभा में मंत्री रामसूरत राय को लेकर आरजेडी आक्रामक दिखी और सदन में प्रश्न उत्तर काल में आरजेडी ने वॉकआउट किया और इसके पहले इस मसले पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया था.
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कार्य स्थगन प्रस्ताव जैसे ही अस्वीकार किया, तेजस्वी यादव सदन में उठ खड़े हुए. आज तेजस्वी यादव जिद पर अड़ गए कि मंत्री रामसूरत राय के मसले पर सदन में चर्चा हो.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जब शराब बरामदगी मामले में रामसूरत राय को लेकर टिप्पणी करने लगे तो डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद भी जवाब में उठ खड़े हुए. बीजेपी के विधायक भी अपनी सीट पर उठ खड़े हुए और आरजेडी और बीजेपी विधायकों के बीच सदन में जबरदस्त टकराव देखने को मिला. रामसूरत राय के बचाव में बीजेपी सदन में पूरी तरह से उतर गई. हंगामा इतना बढ़ा कि विधानसभा की कार्यवाही भोजन अवकाश के बाद तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बावजूद आरजेडी के विधायक नहीं माने. विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के बाहर से आरजेडी विधायक धरने पर बैठ गए थे. इसके बाद राजद ने राजभवन मार्च भी किया था और राज्यपाल से मिलकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी बात रखी थी.