PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सुबह सवेरे नीतीश सरकार को मंत्री रामसूरत राय के मसले पर घेर लिया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि अपने कैंपस से शराब बरामद होने के मामले में मंत्री रामसूरत राय झूठ बोल रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष ने चुनौती देते हुए कहा है कि वह अपने बयान को सही साबित करके दिखाएं.
तेजस्वी यादव ने मंत्री रामसूरत राय के कैंपस में खुले स्कूल से शराब बरामदगी मामले में सवाल खड़ा करते हुए बिजली बिल से लेकर अन्य तरह के दस्तावेज दिखाते हुए कहा है कि मंत्री रामसूरत राय इस पूरे मामले में गलत बयानी कर रहे हैं. स्कूल उनके पिता के नाम पर है और उन्हीं के द्वारा चलाया जा रहा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस व्यक्ति को स्कूल का संचालक बताकर गिरफ्तार किया गया दरअसल वह स्कूल का हेडमास्टर था ना ही मंत्री के परिवार के साथ उसका कोई एग्रीमेंट हुआ था और न ही वो स्कूल का मालिक है.
तेजस्वी यादव ने बताया कि ये मामला 8 नवंबर का है.इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने इस मामले में आरोप में बंद अमरेंद्र प्रसाद के भाई को भी बुलाया और उन्होंने पूरे मामले की जानकारी दी. इस मामले के बारे में बताते हुए अमरेंद्र प्रसाद के भाई ने बताया कि मामला 7 नवंबर की देर रात की है. स्कूल की दो चाबी थी जो एक मेरे भाई अमरेंद्र प्रसाद के पास थी और दूसरी मंत्री रामसूरत राय के भाई के पास थी. लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद थी. तभी वहां एक हरियाण नंबर की ट्रक से शराब आई और इसकी जानकारी मिलते ही मेरे भाई ने बोचंहा थाना को कॉल किया. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शराब और गाड़ी को जब्त किया और फिर इस मामले में उलटा मेरे ही भाई को गिरफ्तार कर लिया गया.
इसे लेकर अमरेंद्र प्रसाद के भाई ने सीएम, डीजीपी और पुलिस के अधिकारी को पत्र भी लिखा, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. जैसे ही यह मामला विधानसभा में उठा उन्होंने तेजस्वी यादव के पास आकर फरियाद लगाई. अमरेंद्र पांडे के भाई ने मीडिया को बताया कि 11 मार्च को जब वह होम ट्यूशन देकर घर लौट रहे थे तो अपाचे सवार दो बदमाशों ने उन्हें धमकी दी. कहा गया कि तुम अपने भाई को कहो की शराब का केस अपने उपर ले, नहीं तो वह तुम्हारे परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा. इसके बाद जब वह पुलिस में शिकायत करने गए तो उन्हें भगा दिया गया. इस घटना के बाद वह तेजस्वी यादव के पास पहुंचे और उन्हें पूरी बात की जानकारी दी.
तेजस्वी यादव ने कहा कि ट्रीपल सी से समझौता नहीं करने का दावा करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री अब कहां है. उनके राज्य में मंत्री के भाई को बचाने के लिए एक निर्दोष को फंसाया जा रहा है. उन्हें इसका जवाब देना होगा और मंत्री को बर्खास्त करना होगा. मंत्री जी ने कहा कि उनका उनके भाई से 10 सालों से रिश्ता नहीं है और न ही वह इस स्कूल की जमीन पर गए हैं तो स्कूल का उद्घाटन करते 2017 का उनका फोटो कहां से आया. मंत्री जी झूठ बोल रहे हैं. उन्हें तुरंत बर्खास्त करना चाहिए.