Bihar News: अब बिहार से दिल्ली जाना हुआ आसान, इस दिन से उड़ानें शुरू; जानिए कब से कर सकते हैं बुकिंग? Bihar News: इंटर पास छात्राओं के लिए ₹25,000 पाने का आखिरी मौका, बढ़ाई गई रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि Bihar News: नेपाल से सटे सीमावर्ती जिलों में जमीन रजिस्ट्री के जरिए काले धन का बड़ा खेल, आयकर विभाग ने शुरू की जांच Bihar Weather: बिहार के 30 से ज्यादा जिलों में आज बारिश की संभावना, IMD ने जारी किया अलर्ट Road Accident: बिना नंबर की कार ने मचाया कोहराम, कई लोग घायल गयाजी में किसान सम्मेलन का आयोजन, सूरज यादव ने किसानों की आवाज़ बनने का लिया संकल्प थाने के लॉकअप से फरार कैदियों को पुलिस ने दबोचा, चौकीदार और OD ऑफिसर पर सहरसा SP ने की कार्रवाई बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग: अनशन के दौरान RJD नेता की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मिलने पहुंचे मनोज झा मुजफ्फरपुर: कॉलेज प्राचार्या पर महिला कर्मी की पिटाई और वसूली का आरोप, मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला पूर्णिया में NSD का नाट्य उत्सव: विद्या विहार स्कूल में 21-22 सितम्बर को विशेष प्रस्तुतियाँ
1st Bihar Published by: Updated Mon, 15 Mar 2021 12:50:31 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में तालाबों के अतिक्रमण के सवाल पर आज विपक्ष ने एक बार फिर मंत्री मुकेश साहनी को सदन में घेरने की कोशिश की. बिहार विधान परिषद में प्रश्नोत्तर काल के दौरान तालाबों के अतिक्रमण का मामला उठा इसके जवाब में मंत्री मुकेश साहनी ने की गई कार्रवाई का ब्योरा भी दिया लेकिन आरजेडी और कांग्रेस के विधान पार्षदों ने मंत्री को पूरक सवालों से घेर लिया.
आरजेडी के विधान पार्षद जब मंत्री मुकेश साहनी के ऊपर निशाना साध रहे थे तो बीजेपी के एमएलसी नवल किशोर यादव ने सदन में दिलचस्प चुटकी ली. नवल किशोर यादव ने कहा कि मंत्री मुकेश सहनी को देखते ही आरजेडी के लोगों को मिर्ची लग जाती है. बीजेपी एमएलसी ने कहा कि मुकेश साहनी जिस तरह महागठबंधन को छोड़कर चले आए यह बात आरजेडी को हजम नहीं हो रही और इसीलिए बार-बार मंत्री मुकेश सहनी को विपक्षी सदस्य निशाना बनाते हैं.
बीजेपी एमएलसी के इतना कहते ही मंत्री मुकेश साहनी रिचार्ज हो गए. सदन में उन्होंने विपक्षी सदस्यों को बता दिया है कि अतिक्रमण वाले तालाबों को मुक्त कराने के लिए विभाग किस स्तर पर कार्रवाई कर रही है. मुकेश सहनी ने कहा कि आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. मैं सन ऑफ मल्लाह यहां बैठा हूं और मल्लाह जाति के लिए संघर्ष करके ही यहां पहुंचा हूं. तालाबों पर पहला हक मल्लाह जाति का है और हर कीमत पर इसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा.