DELHI : जम्मू कश्मीर को लेकर के इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। बीजेपी के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा जम्मू कश्मीर के नए उपराज्यपाल बनाए गए हैं। उन्हें यह नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। मनोज सिन्हा अब गिरीश चंद्र मुरमू की जगह लेंगे। गिरीश चंद्र मुर्मू ने बुधवार की रात अपना इस्तीफा भेज दिया था जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है। राष्ट्रपति भवन की तरफ से अब मनोज सिन्हा की नियुक्ति का ऐलान कर दिया गया है।
मोदी कैबिनेट में मंत्री रह चुके मनोज सिन्हा उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से आते हैं। वह गाजीपुर से सांसद रहे हैं लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में हार गए थे। 2019 में हार के कारण उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई लेकिन लगातार इस बात की चर्चा हो रही थी कि पार्टी मनोज सिन्हा को कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। मनोज सिन्हा उत्तर प्रदेश के अंदर पार्टी के बड़े चेहरे में गिने जाते हैं। भूमिहार जाति से आने वाले मनोज सिन्हा की हार 2019 में बीजेपी के लिए बड़ा झटका थी लेकिन उन्हें सरकार ने अब यह बड़ी जिम्मेदारी दी है। यूपी में बीजेपी की जीत के बाद मनोज सिन्हा मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे लेकिन योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी हो गई थी मनोज सिन्हा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद नेताओं में गिने जाते हैं।
मुर्मू का इस्तीफा मंजूर
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल रहे गिरीश चंद्र मुर्मू ने बुधवार की रात अपना इस्तीफा दे दिया था और राष्ट्रपति भवन ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के ठीक एक साल बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर गिरीश चंद्र मुर्मू ने इस्तीफा दे दिया। गिरीश चंद्र मुर्मू के इस्तीफे के बाद इस बात की चर्चा है कि केंद्र सरकार उन्हें कोई नई जिम्मेदारी दे सकती है। जगदीश चंद्र मुर्मू ने 31 अक्टूबर 2019 को लेफ्टिनेंट गवर्नर पद की शपथ ली थी। मुर्मू के शासनकाल में कश्मीर में बड़े बदलाव हुए और अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 1985 बैच के आईएएस अधिकारी रहे मुर्मू गुजरात कैडर से जुड़े हुए थे। मुर्मू की पहचान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद अधिकारियों में की जाती रही है और यही वजह रही कि उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद जम्मू कश्मीर में उप राज्यपाल बनाया गया। गुजरात में नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री रहते मुर्मू उनके प्रिंसिपल सेक्रेटरी के तौर पर काम कर चुके थे। मार्च 2019 में वह वित्त विभाग में व्यय सचिव के पद पर तैनात किए गए थे। उन्होंने जम्मू कश्मीर के आखरी राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बाद उपराज्यपाल की जगह थी।