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1st Bihar Published by: Updated Sun, 24 Oct 2021 01:50:33 PM IST
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PATNA : कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार जब पहली बार पटना पहुंचे तो सदाकत आश्रम में अभिनंदन समारोह के दौरान उनके निशाने पर नीतीश कुमार और लालू प्रसाद दोनों थे. कन्हैया ने बिहार में पिछले 30 साल के शासनकाल को कटघरे में खड़ा किया. विधानसभा उपचुनाव में महागठबंधन के अंदर टकराव का पैदा हुआ. कन्हैया यह भी भूल गए कि आरजेडी और कांग्रेस का रिश्ता बिहार में कितना पुराना रहा है. यही वजह रही कि कन्हैया ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए राज्यसभा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा को डाइनिंग रूम में बैठकर राजनीति नहीं की जा सकती. लालू यादव को मनोज झा को लठैत बताते हुए कन्हैया ने जोरदार हमला बोला था.
कन्हैया के इस हमले के बाद आरजेडी की तरफ से कोई खास से प्रतिक्रिया तो सामने नहीं आई. लेकिन अब इस मसले पर पहली बार राज्यसभा सांसद और आरजेडी के प्रवक्ता मनोज झा ने चुप्पी तोड़ी है. फर्स्ट बिहार से खास बातचीत में जब कन्हैया की तरफ से दिए गए बयान की बाबत मनोज झा से पूछा गया तो उन्होंने जिस अंदाज में जवाब दिया, उसे सुनकर शायद कन्हैया भी शर्मा जाएंगे.
मनोज ने कहा कि कन्हैया अभी-अभी कांग्रेस में शामिल हुए हैं. वह बिहार ही नहीं देश की राजनीति में अच्छा करें. इसके लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि कन्हैया हो या कोई हमें इस बात को समझना होगा कि देश में आज किन शक्तियों के विरोध में विपक्षी गोल बंद हुआ है. कन्हैया जिस तरह की भाषा बोल रहे हैं. उसी तरह की भाषाई राजनीति के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. बीजेपी में जो भाषा की अराजकता फैलाई है. उसके खिलाफ हमें गोल बंद होना है. ऐसे में कन्हैया कुमार को कुछ भी कहने से पहले बहुत तो सोचने विचारने की जरूरत थी.