PATNA : हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भले ही महागठबंधन में कोआर्डिनेशन कमेटी के गठन की मांग को पकड़े बैठे हो लेकिन तेजस्वी यादव उनको पहले दिन से ही तवज्जो नहीं दे रहे. मांझी तो दूर तेजस्वी यादव को कोआर्डिनेशन कमेटी की बात सुनना भी पसंद नहीं है. तेजस्वी यादव ने अपने रुख से एक बार फिर मांझी को यह संकेत दे दिया है कि वह महागठबंधन में अपने भविष्य को लेकर जो फैसला करना चाहते हैं. इसके लिए स्वतंत्र हैं.
आरजेडी के तीनों उम्मीदवारों के निर्विरोध विधान परिषद के लिए निर्वाचित होने के बाद तेजस्वी खुद विधानसभा पहुंचे थे. अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को एमएलसी चुने जाने पर तेजस्वी ने बधाई दी और साथ ही साथ इस बात का दावा भी कर दिया है कि विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत की तस्वीर इससे बड़ी नजर आएगी. सोचना चाहिए कि वर्तमान सरकार ने क्या काम किया है. हमसे गलती हुई तो जनता ने हमें शासन से बाहर रखा.
इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने इस बात के भी संकेत दिए हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा को भी महागठबंधन के अंदर एडजस्ट किया जायेगा. तेजस्वी ने कहा है कि जेएमएम के साथ हमारा झारखंड में गठबंधन है और हम यहां भी उसे अपने साथ रखेंगे. हालांकि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने ऐलान कर दिया है कि वह 13 सीटों पर बिहार विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारेगी. जेएमएम ने कहा है कि हम इस मसले पर बातचीत करेंगे.