PATNA:जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के नीतीश कैबिनेट से इस्तीफे के बाद सियासत तेज हो गई है। नीतीश कुमार के साथ चलना अब मांझी के लिए मुश्किल दिख रहा है। उन्होंने अपने बेटे संतोष सुमन को मंत्री पद से इस्तीफा कराया। इस्तीफे की सूचना मिलते ही बीजेपी ने मांझी के फैसले का स्वागत किया है।
जीतन राम मांझी से उनके आवास पर मिलने बीजेपी विधायक पवन जायसवाल पहुंच गये। मांझी से मिलने के बाद जब वे बाहर निकले तो कहा कि मांझी जी हम लोग के गार्जियन हैं। पहले भी गार्जियन थे और आज भी गार्जियन हैं। हम अपने गार्जियन से मिलने पहुंचे हैं। पौने 2 घंटे के इंतजार के बाद बीजेपी विधायक पवन जायसवाल से मिलने संतोष सुमन पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई।
संतोष सुमन से मिलने के बाद पवन जायसवाल ने कहा कि जब मैं निर्दलीय विधायक था और जीतनराम मांझी सीएम थे। इनकों हटाने के लिए नीतीश जी प्रस्ताव लाए थे तब निर्दलीय विधायक के रूप में हमने मांझी जी को समर्थन दिया था। मेरा यहां पारिवारिक संबंध है। मैं अपने घर में आया हूं। घर में आने के लिए इजाजत की जरूरत नहीं है। मांझी जी सम्मान के साथ समझौता करने वाले लोग नहीं है।
उन्होंने कहा कि 40 साल का संसदीय जीवन है। इनको दबाकर कोई चाहेगा कि राजनीति कर ले तो मांझी जी इसको स्वीकार नहीं करेंगे। मांझी जी का जो निर्णय होगा उसका हम स्वागत करेंगे। बीजेपी मांझी जी का स्वागत करेगी। संतोष जी हमारे भाई और मित्र है। जीतन राम मांझी हमारे गार्जियन हैं। ये सम्मानित परिवार है। ये लोग सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करते हैं
वही इस्तीफे के बाद संतोष मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार हम का जेडीयू में विलय करने का दबाव बना रहे थे। उधर जेडीयू का कहना है कि मांझी जैसे लोग आते-जाते रहते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। संतोष सुमन के इस्तीफा पर बीजेपी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने अहंकार में किसी का सम्मान नहीं करते हैं।