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1st Bihar Published by: Jitendra Kumar Updated Sat, 13 Jun 2020 08:51:00 PM IST
BEGUSARAI : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को आंखे दिखायी है। बेगूसराय पहुंचे मांझी ने दो टूक कह दिया कि अकेला कोई खुद को नेता घोषित कर दे तो ऐसे नहीं चलेगा । महागठबंधन में पांच पार्टियां है और सभी मिलकर इसका फैसला करेंगी। मांझी ने तो यहां तक कर दिया कि अगर कोई अकेले महागठबंधन में वर्चस्व दिखाने की कोशिश करेगा तो ये कहना मुश्किल है 'हम' इसमें बना रह पाएगा कि नहीं ।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी महागठबंधन के नेता के सवाल पर बिफरते हुए बोले कि तेजस्वी यादव में नेता बनने के सारे गुण हैं लेकिन कुछ लोग उन्हें बहका रहे हैं। महागठबंधन तोड़ने की साजिश रची जा रही है। तेजस्वी यादव महागठबंधन में शामिल दूसरे दलों के नेताओं के साथ तालमेल नहीं बैठा पा रहे वे अकेले ही चलने की कोशिश कर रहे हैं जो महागठबंधन की सेहत के लिए ठीक नहीं है। मांझी ने कहा कि गोपालगंज प्रकरण में वे अकेले की वहां जाने का निर्णय ले लिए मैनें उस वक्त भी कहा था कि केवल गोपालगंज ही नहीं बिहार के ऐसे तमाम जगहों पर जाने की जरूरत है जहां महादलितों के साथ न्याय नहीं हुआ है तो वे नौबतपुर और घोसवरी पहुंच गये।
मांझी ने कहा कि ये इन सभी मुद्दों पर महागठबंधन के तमाम दल अगर एक साथ सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरते , राज्यपाल को साथ जाकर ज्ञापन सौंपतें तो स्थिति कुछ और ही होती, लेकिन तेजस्वी इन सब बातों पर ध्यान नहीं दे रहे। जीतन राम मांझी ने एक बार फिर को-आर्डिनेशन कमिटी की बात करते हुए कहा कि मैं पिछले छह महीनों से इसकी बात कह रहा हूं । मांझी ने कहा कि कोई सोचे महागठबंधन में रहकर अकेले अपनी मर्जी की करेंगे तो ऐसा संभव नहीं है। महागठबंधन के अंदर पांच दल शामिल हैं और सभी को मिल बैठ कर ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता हैं चाहे वो नेता का मुद्दा हो या फिर सीटों का ।
मांझी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि महाठबंधन में राजद का यहीं रवैया रहा तो फिर साथ चलना मुश्किल होगा। इसके साथ ही उन्होनें संकेत दिए कि जल्द ही अगर को-आर्डिनेशन कमिटी पर फैसला नहीं हुआ तो वे अगर राह पकड़ने को मजबूर होंगे। उधर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने भी को-आर्डिनेशन कमिटी नहीं बनाए जाने पर नाराजगी जाहिर की है। साथ ही साथ उन्होनें ये भी कहा है कि नेता का फैसला तो कांग्रेस आलाकमान की हरी झंडी के बाद ही होगा।