PATNA : बीजेपी एमएलसी संजय पासवान के बयान के बाद एनडीए में शुरू हुई तकरार ने बिहार में सियासी हलचल बढ़ा दी है। नीतीश कुमार को आगामी विधानसभा चुनाव में त्याग की नसीहत देने वाले संजय पासवान पर जेडीयू भड़का हुआ है और बीजेपी-जेडीयू के बीच तकरार पर विपक्षी दल मजे ले रहे हैं।
आरजेडी और कांग्रेस के साथ-साथ रालोसपा एनडीए में बड़ी खींचतान को लेकर फीलगुड वाली स्थिति में है लेकिन महागठबंधन के एक अन्य सहयोगी दल के नेता जीतन राम मांझी इस हलचल पर काग चेष्टा लगाए बैठे हैं। बीजेपी और जेडीयू के बीच रिश्तो में खटास से जुड़ा हर अपडेट जीतन राम मांझी ले रहे हैं। मांझी की नजर लगातार इस बात पर बनी हुई है कि एनडीए के अंदर खाई कितनी चौड़ी हो रही है।
दरअसल बीजेपी-जेडीयू के बीच नेतृत्व को लेकर शुरू हुए नोकझोंक ने मांझी को एक नए विकल्प की आहट दे दी है। जीतन राम मांझी को महागठबंधन में भाव नहीं मिल रहा। लालू यादव उनसे मुलाकात तक नहीं कर रहे ऐसे में मांझी की नजर नए सियासी विकल्प पर है। लोकसभा चुनाव के पहले एनडीए छोड़कर महागठबंधन के पाले में जाने वाले मांझी की वापसी एनडीए में मुश्किल है। बीजेपी मांझी को लेकर वीटो मोड में है लेकिन पिछले दिनों नीतीश कुमार से उनकी नज़दीकियां देखने को मिली हैं। ऐसे में सियासी जानकार मानते हैं कि अगर बीजेपी और जेडीयू के रिश्तों में दूरी बढ़ी तो मांझी नीतीश कुमार के साथ विकल्प के तौर पर समीकरण बना सकते हैं। शायद यही वजह है कि मांझी की नजर एनडीए में चल रहे हर सियासी अपडेट पर है।