मांझी को परेशान होने की जरुरत नहीं: जेडीयू का पूर्व सीएम से तीखा सवाल.. महागठबंधन में थे तब तेजस्वी को क्यों नहीं सचेत किया?

मांझी को परेशान होने की जरुरत नहीं: जेडीयू का पूर्व सीएम से तीखा सवाल.. महागठबंधन में थे तब तेजस्वी को क्यों नहीं सचेत किया?

PATNA: महागठबंधन से अलग होने के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर हमलावर हो गए हैं। शुक्रवार को गया में मांझी ने बड़ा दावा करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को कभी भी सीएम नहीं बनने देंगे और बीजेपी के साथ मिलकर फिर से सरकार बनाएंगे। मांझी के इस बयान पर जेडीयू ने पलटवार किया है। नीतीश के करीबी मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पूछा है कि मांझी जब महागठबंधन में थे तब तेजस्वी को सचेत क्यों नहीं किया था। 


दरअसल, जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा था कि नीतीश फिर से एनडीए में मिल जाएंगे और वह तेजस्वी को सीएम कभी नहीं बनाएंगे। वे तेजस्वी यादव को सिर्फ लॉलीपॉप दिखा रहे हैं। मांझी के इस बयान पर जेडीयू कोटे से मंत्री बने विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि मामला नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच का है, इसमें जीतन राम मांझी को परेशान होने की कोई जरुरत नही है। उन्होंने कहा कि जब मांझी महागठबंधन के साथ थे तो उस वक्त तेजस्वी यादव को सलाह क्यों नहीं दी थी, अगर इस तरह की बात थी तो मांझी को तेजस्वी यादव को बताना चाहिए था। मांझी इस बात को तब कह रहे हैं जब उन्हें अमित शाह से मिलने के लिए समय मिल गया है।


वहीं यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि जेडीयू या बिहार सरकार किसी भी हालत में यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि 4 साल पहले ही लॉ कमीशन ने यह कह दिया था इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी संप्रदायिकता ध्रुवीकरण को तेज करने को लेकर इस तरह का काम कर रही है। विजय चौधरी ने कहा कि इससे किसी को क्या फायदा होगा। इससे किसी धर्म को कोई फायदा नहीं होने वाला है। भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार की नियति है कि वह संप्रदायिकता ध्रुवीकरण करें। उन्होंने कहा कि इसके समर्थन का सवाल ही पैदा नहीं होता है।