1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 30 Jul 2023 02:50:47 PM IST
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DESK: मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर सियासत चरम पर पहुंच गई है। 16 विपक्षी दलों के 21 सांसदों के मणिपुर दौरे को जहां बीजेपी ने महज पॉलिटिकल टूर बताया है तो वहीं इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दल केंद्र और राज्य सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। मणिपुर पहुंचे विपक्षी दलों के नेताओं ने हिंसा पीड़ितों से मिलने के बाद राज्यपाल अनुसुइया उइके से राजभवन में पहुंचकर मुलाकात की है और गवर्नर से राज्य में शांति बहाली की अपील की है।
दरअसल, मणिपुर में जातिय हिंसा के बीच दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घूमने का वीडियो सामने आने के बाद इसको लेकर देश की राजनीति गर्म हो गई। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश कर रहा है। मणिपुर मामले को लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष लगातार हंगामा कर रहे हैं। इसी बीच 16 विपक्षी दलों के 21 सांसदों को प्रतिनिधिमंडल शनिवार को दिल्ली से मणिपुर पहुंचा और वहां राहत शिविरों में पहुंचकर हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की।
हिंसा पीड़ितों से मिलने के बाद सभी सांसद राजभवन पहुंचे और राज्यपास से मुलाकात कर हस्तक्षेप की मांग की है। राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात के बाद कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने मणिपुर को नजरअंदाज किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने इसे नजरअंदाज किया है, इसलिए हालात बिगड़ रहे हैं। राज्य में जल्द से जल्द शांति बहाल होनी चाहिए।सभी सांसदों ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वे केंद्र सरकार को मणिपुर के खराब हालात के बारे में बताएं।