एक बोरी सिक्का लेकर बेटी को स्कूटी दिलाने पहुंचा पिता, शोरूम के कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में चेकिंग के दौरान CRPF जवानों और दारोगा के परिवार के बीच मारपीट, बीच सड़क पर खूब चले लात-घूंसे; वीडियो वायरल Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी Bihar Election 2025: बिहार में चुनाव प्रचार करेगी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, 20 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की
1st Bihar Published by: Updated Tue, 04 May 2021 10:24:58 AM IST
- फ़ोटो
DARBHANGA: 'तेजस' की नींव रखने वाले बिहार के वैज्ञानिक डॉक्टर मानस बिहारी वर्मा का निधन हो गया। डॉ. मानस बिहारी वर्मा पूर्व राष्ट्रपति और मशहूर वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के लिए खास थे। मानस बिहारी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। सोमवार को दरभंगा के लहेरियासराय स्थित आवास पर हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। डॉ. मानस बिहारी वर्मा के निधन से दरभंगा में शोक की लहर है।
डॉ. मानस बिहारी वर्मा का जन्म दरभंगा के घनश्यामपुर के बाउर गांव में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा मधेपुर के जवाहर हाई स्कूल से हुई थी। जिसके बाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना और कोलकाता विश्वविद्यालय में उन्होंने पढ़ाई की। डीआरडीओ में वैज्ञानिक के रूप में उन्होंने 35 वर्षों तक काम किया। बैंगलोर, कोरापुट और नई दिल्ली में विभिन्न वैमानिकी विभागों में भी उन्होंने काम किया था। उन्हें पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के साथ काम करने का मौका भी मिला।
डॉ. मानस बिहारी वर्मा पूर्व राष्ट्रपति और मशहूर वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के लिए खास थे। वर्ष 1986 में तेजस फाइटर जेट विमान बनाने के लिए बनी टीम में भी उन्हें शामिल किया गया था। इस टीम में मैनेजमेंट प्रोग्राम डायरेक्टर के रूप में उन्होंने अपना योगदान दिया। डीआरडीओ से जुलाई 2005 में रिटायर होने के बाद वे दरभंगा पहुंच गये। रिटायर्मेंट के बाद वे बच्चों को विज्ञान और कंप्यूटर की शिक्षा देने लगे। डॉ. मानस वर्मा को कई सम्मान से भी सम्मानित किया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने डॉ. मानस बिहारी वर्मा को साइंटिस्ट ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया था। 2018 में उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया गया था।