PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास में चल रही विपक्षी दलों की अहम बैठक खत्म हो गयी है। बैठक में सभी दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी है। 10 या 12 जुलाई को शिमला में विपक्षी दलों की एक बार फिर बैठक होगी। यह बैठक काफी महत्वपूर्ण होगी। जिसमें विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे। इस दिन अंतिम रूप से महत्वपूर्ण फैसले लिये जाएंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को सबसे पहले नीतीश कुमार ने संबोधित किया उसके बाद मल्लिकार्जुन खरगे फिर राहुल गांधी ने प्रेस को संबोधित किया। तब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत करते हुए आज हुए विपक्षी दलों की बैठक के बारे में बताया। कहा कि 17 पार्टी के नेताओं की आज पटना में मीटिंग हुई. कई राज्यों के सीएम इस मीटिंग में शामिल हुए।
बंगाल की सीएम ने कहा कि कई पूर्व सीएम भी इस बैठक में शामिल हुए। यह मीटिंग बहुत ही अच्छा रहा। ममता बनर्जी ने लालू की ओर देखते हुए कहा कि लालू जी बहुत दिन बाद पोलिटिकल मीटिंग में उतरे हैं। जब नीतीश जी हमसे मिलने बंगाल आए और विपक्षी दलों के साथ बैठक की चर्चा किये थे तब हमने ही कहा था कि इसकी शुरुआत पटना से की जाए क्योकिं पटना से जो भी शुरू होता है वो जन आंदोलन ही होता है।
आज इसकी शुरुआत पटना से हुई। मीटिंग अच्छा हुआ है। ममता बनर्जी ने कहा कि हमलोग एक है। हमलोग एक साथ में लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मणीपुर जलने से हमारा भी आग जलता है। इसलिए बीजेपी की तानाशाही गर्वमेंट को उखाड़ फेंकना है। जो मर्जी आता है वो केंद्र की सरकार करती है। मोदी सरकार के खिलाफ जो कोई भी कुछ भी बोलता है उसके पीछे सीबीआई और ईडी लगा देता है।
मीडिया को तो पूरा कंट्रोल कर लिया है। छुपो रुस्तम के माफिक कोई ना केस करा देता है। इन सब बातों पर पूरा ध्यान रहता है लेकिन महंगाई और बेरोजगारी की चिंता बीजेपी की मोदी सरकार नहीं करती है। महिलाओं की इज्जत लूटी जाती है तब भी चिंता नहीं करते। यूनिवर्सिटी में अपनी मर्जी से वीसी की नियुक्ति किया जाता है। ममता बनर्जी ने कहा कि खून बहेगा तो बहने दो लेकिन देश की रक्षा हम करेंगे। ममता बनर्जी ने कहा कि अब दूसरे चरण की बैठक शिमला में होगी जहां अगली रणनीति बनाई जाएगी। आज की बैठक महत्वपूर्ण थी।