DESK : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी निकिता कौल आज भारतीय सेना में शामिल हो गईं. निकिता कौल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनीं हैं. शनिवार को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने उनके कंधे पर सितारे लगाकर उनको बधाई दी.
पुलवामा एनकाउंटर में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी निकिता ढौंडियाल के जज्बे को देश आज सलाम कर रहा है. निकिता बाकायदा परीक्षा पास करने और ट्रेनिंग कपम्प्लीट होने के बाद सेना में शामिल हुई हैं. चेन्नई में कड़ी ट्रेनिंग के बाद वह इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट बनीं. गौरतलब हो कि लेफ्टिनेंट निकिता शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) परीक्षा और सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) का इंटरव्यू पास करने के बाद पिछले साल से ही चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी में ट्रेनिंग ले रही थी.
आपको बता दें कि पति की शहादत पर निकिता ने कहा था कि विभु की राह पर चलना और उनके अधूरे सपने को पूरा करना मेरा काम है और इसी तरह मैं उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहती हूं. निकिता कौल ने हर भारतीय से सहानुभूति नहीं बल्कि मजबूत और एकजुट रहने का आग्रह किया था. उन्होंने अपने पति को अलविदा कहते हुए कहा था कि "मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि सहानुभूति न रखें बल्कि बहुत मजबूत बनें क्योंकि यह आदमी (वीएस ढौंडियाल) यहां खड़े हम में से किसी से भी बहुत बड़ा है. आइए हम इस आदमी को सलाम करते हैं. जय हिंद!"
मेजर ढौंढियाल का शव जब उनके घर पहुंचा था तब उनकी पत्नी निकिता कौल ने कहा था कि उन्हें अपने पति पर गर्व है. उन्होंने पति को सैल्यूट करते हुए कहा था कि आपने मुझसे झूठ कहा था कि आप मुझसे प्यार करते हो. आप मुझसे नहीं अपने देश से ज्यादा प्यार करते हैं और मुझे इस पर गर्व है. आप बहादुर आदमी हैं. मैं आपको अपने पति के रूप में पाकर बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं. मैं आपको अपनी आखिरी सांस तक प्यार करूंगी. मेरा जीवन आपके लिए ऋणी है। हां, यह दुख की बात है कि आप जा रहे हैं लेकिन मुझे पता है कि आप हमेशा मेरे आसपास रहोगे.
बता दें कि कश्मीर के पुलवामा में 8 फरवरी 2019 में आतंकियों से लोहा लेते हुए देहरादून निवासी मेजर विभूति ढौंडियाल शहीद हो गए थे. गौरतलब हो कि हो कि शहीद मेजर ढौंडियाल की शादी मात्र 9 महीने पहले ही हुई थी, ऐसे में उनकी मौत के बाद उनकी 27 वर्षीय पत्नी निकिता कौल ढौंडियाल विधवा हो गई थीं. लेकिन निकिता ढौंडियाल ने उस वक्त भी हार नहीं मानी और मन बना लिया था कि वो सेना को ही ज्वाइन करेंगी. उनका ये फैसला अब फलीभूत हो गया है. निकिता लेफ्टिनेंट बनने के बाद वह अपने शहीद पती के नक्शे कदमों पर चल देश की सेवा करने में जुट जाएंगी. सूत्रों की मानें तो कोरोना के हालात सामान्य होने पर वह उत्तराखंड की राजधानी देहरादून आएंगी.