PATNA: बिहार के लाखों मजदूर लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे है. सरकार ने हाथ खड़ा कर दिया है कि वह मजदूरों को नहीं लाएगी.संसाधन की कमी है. ऐसे में बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने मजदूरों को बधाई दे दी. जिसके बाद यूजर्स भड़क गए.
मरने के लिए छोड़ा और दे रहे बधाई
ट्विटर पर लोगों ने जमकर सुशील मोदी को लोगों ने ट्रोल किया और कमेंट करने लगे. रौशन यादव ने कमेंट किया कि “उधर मरने के लिए छोड़ दिए हैं और इधर बधाई दे रहे हैं”.
चंदेश चौधरी ने कमेंट किया कि ’’शुभकामनाएं तभी अच्छा लगता है जब खुशी में रहता है आपके सरकार न आज तक क्या किया है मजदूर के लिए ? आलोक कुमार ने कमेंट किया कि’’ गुजरात में जो बिहारी मजदूर भुखमरी का सामना कर रहा है उसका सुध कौन लेगा महोदय?’’.
दीपक मिश्रा ने कमेंट किया कि ‘’इस साल कोरोना काल में जब लाखों की संख्या में मजदूर बिना पैसे और काम के अन्यत्र फंसे हुए है तो अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है आप जैसे लोग ट्वीटर पे मजदूर दिवस की शुभकामनाएं दे रहे हो,क्या ये समय शुभकामना देने का है या उन मजदूरों को लाने के लिए काम करने का जो आप लोगों से हो नहीं रहा.’’
विवेक ने कमेंट किया कि ''कुछ कीजिये श्रमिकों के लिए यही शुभकामनाएं होंगी उनके लिए ..... बिहार के इज्जत की वाट लगा दी आपलोगों ने स्वाभिमानी बिहारी श्रमिक लोगों को रोटी और घर जाने के लिए गिड़गिड़ाने पर मजबूर कर दिया आपने.''
सुजीत कुमार ने सुशील मोदी को घेरते हुए कमेंट किया कि सिर्फ चार लाइन का ट्वीट करके अपनी जिम्मेवारी से नहीं बच सकते हैं. कमेंट किया कि ''अंतराष्ट्रीय तो बाद में पहले अपने प्रदेश के मज़दूरों के लिए तो कुछ तो कर नहीं पाए जो जहां तहां फंसे हुए हैं, फिर किस मुंह से बधाई की थोथेबाजी. सिर्फ ट्विटर पर 4 मैसेज कर देने से ज़िम्मेदारी पूरी नहीं हो जाती. अगर मजदूरों के प्रति सच में संवेदना है तो इन्हें वापस लाइये.''