SAMASTIPUR : प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। पीके ने कहा है कि - हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बहुत अंदर से जानते हैं। मैं उनके साथ उनके घर में एक साल से अधिक रहा हूं। वो बस बात को गोल-गोल घुमाते हैं। खुद कुछ नहीं बोलते हैं, मुहं में दही जमाई है। कुछ भी कहवाना होता है तो ललन सिंह से कहवाते हैं।
दरअसल, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों अपनी जनसुराज यात्रा पर निकले हुए हैं। इस दौरान वो लगातार सीएम नीतीश और राजद को आड़े हाथ लेते रहते हैं और जुवानी हमला भी करते रहते हैं।इसी कड़ी में अब उन्होंने एक बार फिर नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है। पीके ने कहा है कि - सीएम इतना गोल-गोल बातों को घुमाते हैं कि उन्हें खुद नहीं पता होता है कि वो क्या बोल रहे हैं। नीतीश कुमार न पक्ष में कुछ बोलते न ही विपक्ष में कुछ बोलते हैं। नीतीश कुमार को कहना चाहिए कि लालू-तेजस्वी के परिवार वाले भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं। नीतीश कुमार ने अपने मुंह में दही क्यों जमाया है जो ललन सिंह से कहवा रहे हैं? नीतीश को आरजेडी और तेजस्वी यादव से प्रेम नहीं हुआ है। ये बात मैंने पहले भी सबसे कही है।
वहीं, पीके ने नीतीश कुमार का राजद के साथ गठबंधन को लेकर भी खुलासा करते हुए कहा कि - नीतीश कुमार जो आज महागठबंधन में हैं वो विशुद्ध दो कारणों से हैं। हमसे मार्च में आकर घंटों बैठकर मिले हैं। बात कर मुझे बताया था कि महागठबंधन बनाएंगे। पहला कारण, महागठबंधन उन्होंने इसलिए बनाया है क्योंकि नीतीश कुमार की राजनीतिक समझ ये थी कि 2024 में अगर बीजेपी जीतकर आएगी तो सबसे पहले उन्हें हटाएगी और अपना मुख्यमंत्री बनाएगी।
इसके आलावा दूसरी सोच ये थी कि 2025 के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनना तो है नहीं तो उनके बाद ऐसी सरकार रहे जो आज से भी बदतर हो ताकि लोग ये याद कर कहें कि नीतीश कुमार की सरकार कितनी भी खराब थी तेजस्वी यादव वाले आरजेडी से अच्छी ही थी। आप लोग नीतीश कुमार को नहीं जानते हैं। हम उनको बहुत अंदर से जानते हैं। नीतीश कुमार को कोई तेजस्वी यादव और आरजेडी से प्यार नहीं है। मैं उनके साथ उनके घर में एक साल से अधिक रहा हूं।
इसके अलावा प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की पोल खोलते हुए आगे कहा कि लालू यादव, तेजस्वी यादव का पूरा परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं है तो साफगोई से कहना चाहिए कि ये हमारे सहयोगी हैं और इन पर भ्रष्टाचार के सारे आरोप निराधार हैं। अगर नीतीश कुमार ऐसा नहीं कहते हैं तो आप समझ सकते हैं कि वो क्या कह रहे हैं।