PATNA : देश की महामहिम तीन दिवसीय दौरे पर बिहार आई हुईं हैं। आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजधानी पटना के बापू सभागार में चौथे कृषि मैप का शुभारंभ किया। इस दौरान राज्यपाल आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री समेत कृषि,सहकारिता, उद्योग, वन एवं पर्यावरण समेत इससे जुड़े 12 विभागों के मंत्री,अफसर मौजूद हैं। इसके अलावे बड़ी संख्या में किसान,कृषि वैज्ञानिक भी कार्यक्रम में मौजूद हैं। इसी दौरान सीएम नीतीश ने इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची महामहिम का स्वागत करते हुए कहा कि - महामहिम जी से निवेदन है कि वो कम से कम 4 महीने में एक बार बिहार जरूर आए।
नीतीश कुमार ने कहा कि -बहुत खुशी की बात है की आज चतुर्थ कृषि रोड मैप की शुरुआत हो रही है और मैं सबसे पहले महामहिम राष्ट्रपति को अभिनंदन करता हूं। उनका स्वागत करता हूं। हमने उनसे अनुरोध किया और उन्होंने स्वीकार किया और आज वह उपस्थित हुई। यह खुशी की बात है। यह खुशी है की प्रथम राष्ट्रपति भूमि पर आप आए हैं। चतुर्थ कृषि रोड मैप को लॉन्च करने के लिए आप आए हैं।
उससे पहले द्वितीय कृषि रोड मैप का जो लॉन्चिंग किया गया। उसके लिए अभी महामहिम राष्ट्रपति आए। उसके बाद आप आए यहां पधारे यह बहुत खुशी की बात है। सबसे पहले 2008 में हमने कृषि रोड मैप की शुरुआत की थी। पहली बार जब हमने कृषि रोड मैप बनाया। उसके बाद एक जगह इतना ज्यादा उत्पादकता हुई कि दुनिया भर में सबसे ज्यादा उसको पुरस्करित भी किया गया। आलू की उत्पादकता भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
नीतीश कुमार ने कहा कि- हमने 2012-17 में दूसरा कृषि रोड मैप की स्थापना किया। फसलों के साथ-साथ दूध सब्जी अंडा पर भी ज्यादा ध्यान दिया। मछली का उत्पादन भी ढाई गुना से अधिक हो गया है। बिहार लगभग हर चीज़ बाहर से लाता था। लेकिन अब हर चीज़ बिहार में भी हो रहा है। उसके बाद तीसरा कृषि रोड मैप लाने से काफी ज्यादा वृद्धि हुई।
इसके आगे उन्होंने कहा कि - केंद्र में जब हम सरकार में थे। वह मेरे विभाग में थे। उनसे मेरा बड़ा अच्छा संबंध था। वह जब के हो गए तब उसके बाद डिग्री बन गए तब उनको बुलाए वह आए 2008 से कृषि रोड मैप के लिए सलाह लिया उसे आदमी ने इसके लिए काम करना शुरू किया सहायता किया तब से हम उनको इंगेज्ड किए हुए हैं। राष्ट्रपति जब बिहार आई हैं तो पहले बिहार और झारखंड एक ही था।
162000 की स्वीकृति प्रदान की बाकी जितने 12 विभाग हैं हम सब से यही उम्मीद करते हैं काम को बहुत तेजी से करिए अब कोई चीज किसानों को जो आमदनी हो रही है या कमी है या बढ़ रहा है और चीजों का विस्तार करना है। तो सब लोगों को बताया जा रहा है। सब तरह से कहा गया है। हम लोग काम कर रहे हैं आप लोग भी काम करिए। पशु को लेकर भी हम लोग ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। बिजली से सिंचाई का खर्च काफी कम पड़ता है।
चौथे कृषि रोड मैप के बाद किसानों को अब और कोई रोड मैप की जरूरत नहीं पड़ेगी। राज्यपाल महोदय तो इधर-उधर घूमते ही रहते हैं राजपाल महोदय को भी कहेंगे जो कृषि रोड मैप है।आपसे भी आग्रह करेंगे जगह-जगह जाकर के कृषि रोड मैप का काम हो रहा है कि नहीं महामहिम राज्यपाल महोदय आप देखिएगा कोई दिक्कत होगा तो आप विभाग को बता दीजिएगा। केंद्र सरकार आपको बनता है। उसे हमको कोई मतलब नहीं है हम तो सब का इज्जत करते हैं। आपका इज्जत करते हैं पूरा कम कीजिए।
महामहिम राष्ट्रपति बनी है तो हम लोग तो सपोर्ट कड़वे किए हैं कोई दिक्कत है। इनसे हमारा पुराना रिश्ता है। अटल जी के सरकार में जब थे इसे भी हमारा परिचय है। इनकी कोई भी समस्या इलाके का रहता था तो हम केंद्र का मंत्री रहते थे तो यह हमको बताते थे तो हम इनका समस्या का समाधान करते थे तो इसीलिए आप बन गई राष्ट्रपति तो मुझे बहुत खुशी हुई। आपसे आग्रह करेंगे आज आप आई हैं। कल भी आपका प्रोग्राम है परसों भी प्रोग्राम है। लेकिन आग्रह करेंगे बराबर बिहार आइए। बिहार आपसे अलग नहीं है। बिहार आपके बगल में है। तो आ जाइए काम से कम 4 महीना में एक बार जरूर आइए। एक बार आग्रह करेंगे। आज आपको बुलाए हैं हमें बहुत खुशी है आप उपस्थित हुई।