PATNA : बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है और यही महागठबंधन के नेता भी है। यह बात बिहार में सभी लोग जानते हैं। इसके साथ ही लोग यह भी जानते हैं कि इस सरकार में कांग्रेस भी शामिल है और इस पार्टी से वर्तमान में दो नेता कैबिनेट में शामिल है और सरकार के सहयोगी के रूप में काम कर रहे हैं। लेकिन, आज एक बड़ा ही अजीब वाकया उस समय देखने को मिला जब कांग्रेस पार्टी के नेता और बिहार सरकार के मंत्री ही सीएम का नाम भूल गए और अगल - बगल देखने लगे जिसके बाद उनके पड़ोस में खड़े लोगों ने उन्हें सीएम का नाम याद दिलाया।
दरअसल, कांग्रेस के प्रभारी भक्तचरण दास आज बिहार आए है। उनके आगमन को लेकर पार्टी के सभी विधायकों को सदाकत आश्रम बुलाया गया। इसी मौके पर बिहार कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से शामिल नेता आफाक अहमद भी कांग्रेस ऑफिस पहुंचे थे। जहां मीडिया उनसे कैबिनेट विस्तार को लेकर सवाल करना शुरू की तो उन्होंने शुरुआत तो काफी बेहतर की लेकिन बीच में ही वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम भूल गए और बगली झांकने लगे जिसके बाद मौके पर मौजूद अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें सीएम का नाम याद दिलाया और मंत्री ने उनका नाम जोड़कर मीडिया को अपनी बातें कहीं
मंत्री अफाक अहमद से आज कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया ने सवाल किया कि बिहार कैबिनेट में कांग्रेस फिर से शामिल होने वाली है क्या लगता है कितनी सीटें मिलेगी? जिसके जवाब में मंत्री ने कहा कि - देखिए कांग्रेस तो जो है अभी बहुत आगे बढ़ रहा है और काफी लोग जो रहे हैं इनसे। कांग्रेस जो दिया है वह शायद ही कोई देंगे। और महागठबंधन के जो नेता है .............. ये क्या नाम है ? इसके बाद बगल में खड़े युवक उनको नाम बताता है फिर वह बोलते हैं हां नीतीश जी। ये भी घूमे हर जगह लोगों से मिले और उनकी जो कमी थी उस कमी को पूरा करने के लिए बिहार सरकार हर संभव मदद करने के लिए तैयार दिखी।
आपको बताते चलें कि, अफाक अहमद पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री है। 2020 में चौथी बार विधायक बनने के बाद कांग्रेस के आफ़ाक़ आलम को उस समय बड़ी ज़िम्मेदारियाँ दी गईं। 19 विधायकों वाले कांग्रेस विधायक दल के इनको उपनेता भी उस दौरान बनाया गया। साथ ही विधानसभा के अल्पसंख्यक कल्याण समिति के अध्यक्ष भी बने।