महागठबंधन सरकार में 5 बार हो चुकी है CM नीतीश की सुरक्षा में चूक, जानिए कैसे होती है मुख्यमंत्री की सिक्योरिटी

महागठबंधन सरकार में 5 बार हो चुकी है CM नीतीश की सुरक्षा में चूक, जानिए कैसे होती है मुख्यमंत्री की सिक्योरिटी

PATNA : स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुरक्षा में एक बार फिर से चूक देखने को मिला। इसके बाद यह सवाल उठना शुरू हो गया इतनी सिक्योरिटी होने के बावजूद कोई भी आम इंसान अचानक से सीएम के सामने कैसे पहुंच जा रहा है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब सीएम नीतीश कुमार की सुरक्षा में चुक हुई है। बिहार में जब से नीतीश - तेजस्वी की सरकार बनी है तब से लेकर अब तक पांच दफे सीएम नीतीश कुमार की सुरक्षा में चुक हो चुकी है।


बिहार में 10 अगस्त 2022 को  नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार बनी यानी महागठबंधन के सरकार की नींव पड़ी। तबसे लेकर आज 16 अगस्त 2023 तक सीएम नीतीश के सुरक्षा में पांच दफे चुक हो चुकी है। सीएम नीतीश कुमार की सुरक्षा में सबसे पहले 21 अगस्त 2022 को इस महागठबंधन की सरकार में चूक देखने को मिली थी। उसके बाद  13 फरवरी 2023, 14 मई 2023, 14 जून 2023 और अब 15 अगस्त 2023 को वापस से एक बड़ी चूक हुई।


पहली घटना का जिक्र करें तो सीएम नीतीश कुमार जमुई के इलाके में सूखाग्रस्त क्षेत्र का दौरा करने निकले थे। इसी दौरान सीएम के स्वागत में जदयू नेता और कार्यकर्ता हाथों में फूल का माला लेकर खड़े थे .तभी मुख्यमंत्री के गाड़ी पर जदयू नेता ने फूलों का माला फेंक दिया जिसके बाद सीएम के सिक्योरिटी में लगे जवानों के हाथ पैर फूल गए थे। हालांकि बाद में पुलिस ने जदयू नेता को पकड़कर हिरासत में ले लिया था।


इसके बाद 13 फरवरी 2023 को जब सीएम नीतीश कुमार समाधान यात्रा पर निकले हुए थे तो औरंगाबाद जिले के बारुण के कंचनपुर में लोगों की काफी भीड़ थी। इसी दौरान नीतीश कुमार पर कुर्सी का टुकड़ा फेंक दिया। कुर्सी का टुकड़ा सीएम नीतीश कुमार के काफी करीब से गुजरा जिससे वह घायल होने से बाल - बाल बचे। सीएम की सुरक्षा में यह सबसे बड़ी चूक बताई जाती है।


वहीं, 14 मई 2023 को पटना से नालंदा रोड पर मुख्यमंत्री के काफिले के बीच कुछ बाइकर घुस गए थे। जिसके बाद अधिकारियों ने तुरंत ट्रैफिक बंद करवा। इस चूक के कारण 5 पुलिस अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। यह घटना फतुहा के दनियावा के नायका रोड के पास की बताई जाती है।


इधर, इसी साल जून महीने में कम की सुरक्षा में चुप देखने को मिली या घटना 14 जून की है जब कम गुरुवार को एक अनेक मार्ग स्थित अपने आवास से 7 सेकुलर रोड की ओर मॉर्निंग वॉक पर निकले थे तभी कुछ बाइकर्स कम की सुरक्षा घेरा को तोड़कर उनके पास पहुंच गए सीएम इन बाइकर से टकराने से बाल-बाल बचे। लकी इस घटना के सूचना के बाद पुलिस हरकत में आई और दो लोगों को अरेस्ट भी किया।


आपको बताते चलें कि, CM की सुरक्षा में IPS अफसरों के साथ कॉन्स्टेबल तक की अहम भूमिका होती है। सीएम की सुरक्षा में डीजीपी के बाद डीजी स्पेशल ब्रांच होते हैं। इसके बाद एडीजी सिक्योरिटी का जिम्मा होता है। फिर नंबर आता है DIG सिक्योरिटी और SP सिक्योरिटी का। इतने IPS के जिम्मे सीएम की सुरक्षा की निगरानी होती है।इसके बाद एएसपी और डीएसपी से लेकर इंस्पेक्टर, दारोगा और कांस्टेबल होते हैं।