PATNA: बिहार चुनाव परिणाम के बाद बिहार के महागठबंधन में महाघमासान छिड़ गया है. राहुल गांधी पर आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी के बयान से बौखलाये कांग्रेस के महासचिव शक्ति सिंह गोहिल ने राजद को औकात बतायी है. गोहिल ने कहा कि आरजेडी को याद है न कि वह जब भी कांग्रेस के बगैर चुनाव लड़ी तो उसका क्या हश्र हुआ. गोहिल ने शिवानंद तिवारी को बेहूदा बयान देने वाला आस्तीन का सांप करार दिया है.
आरजेडी-कांग्रेस में घमासान
दरअसल बिहार चुनाव परिणाम के बाद आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस पर हमला बोला था. शिवानंद तिवारी ने बिहार चुनाव में हार के लिए सीधे-सीधे कांग्रेस और राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया था. तिवारी ने कहा था, ''कांग्रेस जिस तरह से चुनाव लड़ रही है, उससे बीजेपी को ही फायदा पहुंचा रही है. उन्होंने 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन 70 रैलियां भी नहीं की. राहुल गांधी तीन दिन के लिए आए जबकि प्रियंका गांधी तो आईं भी नहीं.'' शिवानंद तिवारी ने कहा था कि जब बिहार में चुनाव अपने पूरे शबाब पर था, तब राहुल गांधी शिमला में प्रियंका गांधी के फार्म हाउस पर पिकनिक मना रहे थे.
कांग्रेस का तगड़ा पलटवार, आरजेडी को बतायी औकात
शिवानंद तिवारी का ये बयान देश भर में चर्चे में आ गया. लिहाजा आज कांग्रेस के महासचिव और बिहार के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल जवाब देने मैदान में उतरे. गोहिल ने कहा कि क्या शिवानंद तिवारी जैसे नेता बिहार के सियासी इतिहास से परिचित नहीं है. क्या वे नहीं जानते कि राजद जब भी कांग्रेस के बगैर चुनाव मैदान में उतरी, चाहे वह विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव तब उसका क्या हश्र हुआ.
कांग्रेस महासचिव शक्ति सिंह गोहिल ने शिवानंद तिवारी को बेहूदा बयान देने वाला आस्तीन का सांप करार दिया. उन्होंने कहा कि शिवानंद तिवारी जैसे लोग जेडीयू-भाजपा गठबंधन की सरकार को मदद करने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं. शिवानंद ने कितने दफे दल बदला है वह उन्हें भी याद नहीं होगा. वे जेडीयू के सांसद रहे हैं और इसलिए जेडीयू की मदद कर रहे हैं.
आरजेडी ने हमें सही सीट नहीं दी
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि बिहार में हुए सीट शेयरिंग में कांग्रेस को सही सीटें नहीं दी गयीं. गठबंधन धर्म निभाने के लिए कांग्रेस ने ऐसी सीटें स्वीकार की जहां पार्टी का उम्मीदवार पिछले 30-40 सालों में कभी नहीं जीता था. जहां कांग्रेस के पास मजबूत उम्मीदवार था उन सीटों को बार-बार आग्रह करने के बावजूद आरजेडी ने कांग्रेस को नहीं दिया. इसके बावजूद गठबंधन धर्म निभाया गया. गोहिल ने शिवानंद के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है.