PATNA : रामचरितमानस को लेकर आरजेडी कोटे के मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान के बाद महागठबंधन में तकरार बढ़ती जा रही है। राष्ट्रीय जनता दल के खिलाफ हो जेडीयू के नेता और कार्यकर्ता अब खुलकर बयानबाजी करने लगे हैं। राष्ट्रीय जनता दल ने जिस तरह मंत्री चंद्रशेखर का बचाव किया है उससे जेडीयू में नाराजगी बढ़ी है। आज पटना के बेली रोड स्थित हनुमान मंदिर पहुंचकर जेडीयू एमएलसी और पूर्व मंत्री नीरज कुमार के साथ-साथ पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया है। जेडीयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने महावीर मंदिर में मानस पाठ किया और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान की आलोचना की है।
आपको बता दें कि इसके पहले मंत्री अशोक चौधरी ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी। शुक्रवार को अशोक चौधरी ने शिक्षा मंत्री के बयान को बेतुका बताते हुए कहा था कि रामचरितमानस के ऊपर सवाल उठाना कहीं से भी तार्किक नहीं है। राम आदर्श हैं और रामचरितमानस हिंदुओं का एक ऐसा ग्रंथ है जो सनातनी परंपरा को बताता है। रामचरितमानस में जो अच्छी बातें हैं उसको जीवन में उतारने की जरूरत है। पहले अशोक चौधरी की तरफ से दिया गया बयान और अब जेडीयू की तरफ से खुले तौर पर आरजेडी के मंत्री का विरोध यह बता रहा है कि महागठबंधन में रामचरितमानस को लेकर बात बिगड़ती जा रही है।
आज महावीर मंदिर में रामचरितमानस का पाठ करते हुए पूर्व मंत्री और जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने आरजेडी नेतृत्व से बड़ी मांग की है। नीरज कुमार ने कहा कि तत्काल आरजेडी कोटे के मंत्री पर कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षा मंत्री ने हिंदुओं की भावना को आहत किया है। भारत में सनातनी परंपरा के खिलाफ दिया गया बयान कहीं ना कहीं धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ सकता है। जेडीयू इस मसले पर बार-बार कह रही है कि सभी धर्मों को साथ लेकर चलना उसकी पॉलिसी का हिस्सा रहा है। जेडीयू की नीति में सर्वधर्म समभाव है और ऐसे में मंत्री चंद्रशेखर को अपने बयान के लिए खेद जताना चाहिए। उधर, आरजेडी ने भी खुलकर कह दिया है कि किसी भी कीमत पर चंद्रशेखर अपने बयान को वापस नहीं लेंगे। ऐसे में आरजेडी और जेडीयू के बीच रामचरितमानस को लेकर विवाद और बढ़ता है तो बहुत अचरज नहीं होगा।