PATNA : बुधवार को बिहार विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने के बाद चाचा भतीजे की जोड़ी गदगद है। विश्वासमत हासिल करने के बाद बुधवार की शाम जेडीयू विधानमंडल दल की बैठक के मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गई थी। इस बैठक के बाद महागठबंधन के विधायकों की भी बैठक बुलाई गई। इस बैठक में नीतीश कुमार के साथ-साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह शामिल हुए। महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी दलों की एकजुटता को लेकर अपना संदेश दिया, साथ ही साथ इशारा कर दिया कि उनके बाद उत्तराधिकारी के तौर पर केवल और केवल तेजस्वी यादव ही हैं।
महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में तेजस्वी और नीतीश के निशाने पर भारतीय जनता पार्टी ही रही। दोनों नेताओं ने बार बार अपने विधायकों और विधान पार्षदों के सामने संकल्प दिखाया कि अब एकजुट रहना है। चाचा भतीजे की जोड़ी मिलकर बिहार में धमाल मचाएगी तेजस्वी इसका ऐलान पहले ही विधानसभा में कर चुके थे लेकिन तेजस्वी की मौजूदगी में नीतीश ने अपनी पार्टी के विधायकों के साथ-साथ आरजेडी विधायकों को भी क्लियर मैसेज दे दिया के उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव ही होंगे। नीतीश कुमार ने मौजूदा सरकार के स्थायित्व को लेकर भी कई बातें कहीं। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत अन्य घटक दलों के नेता भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री आवास स्थित ने संवाद में बैठक का आयोजन किया गया कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और लेफ्ट के नेताओं ने भी इसमें शिरकत की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के विधायकों और विधान पार्षदों के सामने एलान कर दिया कि साल 2024 में भारतीय जनता पार्टी को ना केवल बिहार बल्कि देश की राजनीति से उखाड़ फेंकना है। नीतीश कुमार की बात से तेजस्वी यादव भी सहमत नजर आए। तेजस्वी नीतीश कुमार के दाहिनी तरफ बैठे थे, नीतीश की दाईं तरफ ललन सिंह और उसके बाद विजय चौधरी और उपेंद्र कुशवाहा कुर्सी पर बैठे हुए थे। तेजस्वी यादव के बगल में जीतन राम मांझी और अजीत शर्मा के अलावे लेफ्ट के नेताओं को जगह मिली थी।