बिहार में महागठबंधन बचाने के लिए सोनिया ने बुलाई बड़ी बैठक, बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे सभी दल के नेता

बिहार में महागठबंधन बचाने के लिए सोनिया ने बुलाई बड़ी बैठक, बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे सभी दल के नेता

PATNA : बिहार की सियासत इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। विधानसभा चुनाव में महागठबंधन बचाए रखने के लिए कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी ने सभी सहयोगी दलों की बड़ी बैठक के बुलाई है। फर्स्ट बिहार को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी बुधवार को आरजेडी, आरएलएसपी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और वीआईपी के नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक करेंगी। बताया जा रहा है कि यह बैठक के बुधवार की शाम हो सकती है। इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के अलावे बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा, राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी के साथ-साथ वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी भी शामिल होंगे। 


दिल्ली में महागठबंधन को लेकर एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुआ है। पिछले कई दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए बैठे रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की मुलाकात आज कांग्रेस नेता अहमद पटेल से हुई है। इस दौरान हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी मौजूद रहे हैं। दोनों नेताओं में अहमद पटेल के घर पर उनसे मुलाकात की है। इस मुलाकात में महागठबंधन की कोआर्डिनेशन कमेटी सहित विधानसभा में सीट शेयरिंग के मसले पर बातचीत हुई है। हालांकि किसी ने आधिकारिक तौर पर कुछ भी बोलने से मना किया है। 


कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ महागठबंधन में शामिल अन्य दलों के नेताओं की होने वाली बैठक के इस लिहाज से भी अहम है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने 25 जून की डेडलाइन तय कर रखी है। मांझी आरजेडी पर लगातार हमलावर हैं और उन्होंने खुला ऐलान कर रखा है कि अगर 25 जून तक के कोऑर्डिनेशन कमिटी का गठन नहीं हुआ तो 26 जून को आगे का फैसला करेंगे। मांझी ने 26 जून को पटना में अपनी पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक बुलाई है जिसमें वह अगली रणनीति पर चर्चा करने वाले हैं। उपेंद्र कुशवाहा समेत अन्य नेता लगातार यह कह रहे हैं कि कोआर्डिनेशन कमेटी का गठन किया जाए और सभी दल मिल बैठकर मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर मुहर लगाएं। कुशवाहा को इस बात पर भी आपत्ति है कि तेजस्वी यादव के नाम पर अकेले आरजेडी लगातार चुनाव लड़ने की घोषणा कर रही है। कुशवाहा चाहते हैं कि महागठबंधन की एकजुटता दिखाने के लिए जिस किसी भी चेहरे पर फैसला लेना है वह सामूहिक तौर पर हो। बुधवार को होने वाली बैठक में किन बातों पर चर्चा होती है इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।