BHOPAL : मध्य प्रदेश में महाराज यानि ज्योतिरादित्य सिंधिया की मदद से कमलनाथ की सरकार को गिरा चुकी बीजेपी ने आखिरकार शिवराज की ही ताजपोशी कराने का फैसला कर लिया है. कमलनाथ की सरकार गिरने के बाद कई तरह की च्रर्चाओं का बाजार गर्म था. कहा जा रहा था कि बीजेपी किसी नये नेता को सीएम बना सकती है. लेकिन तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश की ताज देने का फैसला कर लिया है.
25 मार्च को हो सकती है ताजपोशी
बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक 25 मार्च को शिवराज सिंह चौहान फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. हालांकि केंद्र सरकार की नजर कोरोना संकट पर है. अगर कोई बड़ी बात नहीं हुई तो 25 मार्च को शपथ ग्रहण तय है. इससे पहले 24 मार्च को बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलायी जायेगी जिसमें शिवराज को नेता चुने जाने और सरकार बनाने दावा पेश करने की मंजूरी दी जायेगी.
विधायक दल की बैठक के बाद बीजेपी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल लालजी टंडन से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेगा. इसके बाद 25 मार्च को शपथ ग्रहण होगा. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक कोरोना के खतरे को देखते हुए शपथ ग्रहण समारोह बेहद सीमित होगा. शिवराज के साथ बहुत कम मंत्री शपथ लेंगे और सिर्फ राजभवन के चुनिंदा अधिकारियों और शपथ लेने वालों को ही इस कार्यक्रम में शामिल होने की मंजूरी दी जायेगी.
शिवराज को ही कमान देने पर सहमत हुआ बीजेपी आलाकमान
कमलनाथ की सरकार गिरने के बाद कई तरह की चर्चायें हो रही थीं. बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की फौज खड़ी हो गयी थी. लेकिन बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक हाईकमान ने शिवराज पर ही भरोसा जताया है. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को शिवराज सिंह चौहान से दो दफे बात कर कोरोना के मुद्दे पर बातचीत की. प्रधानमंत्री ने शिवराज को कोरोना से निपटने के लिए मध्य प्रदेश सरकार सरकार के कामकाज पर नजर रखने को कहा है.
बीजेपी के सूत्रों के मुताबिर इससे पहले ये तय किया गया था कि 23 मार्च को ही बीजेपी विधायक दल की बैठक कर नये नेता का चयन किया जाये. लेकिन कोरोना को देखते हुए विधायक दल की बैठक 24 मार्च को करने का फैसला लिया गया. बीजेपी विधायक दल की बैठक में कोरोना के मद्देनजर सारे एहतियात बरते जायेंगे.