मदन मोहन झा का जबरदस्त विरोध, कार्यकर्ताओं ने गाड़ी के शीशे पर मारा हाथ, पुलिस ने पिटने से बचाया

मदन मोहन झा का जबरदस्त विरोध, कार्यकर्ताओं ने गाड़ी के शीशे पर मारा हाथ, पुलिस ने पिटने से बचाया

BEGUSARAI : इस वक्त एक बड़ी खबर बेगूसराय जिले से सामने आ रही है. कांग्रेस के कार्यक्रम में जबरदस्त हंगामा हुआ है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कार्यकर्ताओं ने काफी विरोध किया है. प्रदेश अध्यक्ष की कार्यशैली से नाराज कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी के शीशे पर हाथ मारा है. बवाल इतना जबरदस्त था कि कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई नौबत आ गई हालांकि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने जैसे-तैसे कर मदन मोहन झा को निकाला.


घटना बेगूसराय जिले के जीरोमाइल चौक की है, जहां राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का काफी विरोध हुआ है. कार्यकर्ताओं ने उनके ऊपर बिहार में कांग्रेस को डुबोने का आरोप लगाया है. हंगामा के दौरान कांग्रेसियों ने मदन मोहन झा के खिलाफ मुर्दाबाद और 'मदन मोहन झा वापस जाओ' के नारे भी लगाए. 


मदन मोहन झा के साथ कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास और कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा भी मौजूद थे. इन्होंने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किसान सत्याग्रह यात्रा के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया. हालांकि इस दौरान उनका काफी विरोध हुआ. इस विरोध के बाद काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. 


हंगामा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भी भिड़ गए. कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. अनियंत्रित भीड़ मदन मोहन झा की ओर बढ़ने लगी हालांकि उनके सुरक्षाकर्मियों ने जैसे-तैसे उन्हें गाड़ी तक पहुंचाया लेकिन उग्र कार्यकर्ता तब भी नहीं मानें और वे लोग मदन मोहन झा की गाड़ी के शीशे पर जोर-जोर से हाथ मारने लगे. 


कार्यकर्ताओंं का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस को बर्बाद कर दिया. टिकट की बिक्री की गई, जीतने वाली सीट महागठबंधन के दलों से पैसा लेकर सीट बेच दिया गया. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व कुछ सुन रहा. विरोध के दौरान महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमिता भूषण गिरते-गिरते बची. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि ऐसे नेताओं को पार्टी से निकाल देना चाहिए क्योंकि कांग्रेस पार्टी को पूर्ण रूप से बर्बाद कर दिया, जिसके कारण आज कांग्रेस पार्टी बहुत निचले पायदान पर पहुंच चुके है.