DESK: संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के तीसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले तीन दिनों से हमें एक वरिष्ठ महानुभाव आदरणीय सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किये हैं। करीब सभी के विचार मुझ तक विस्तार से पहुंचे भी है। मैंने स्वयं भी कुछ भाषण सुने भी है। देश की जनता ने हमारी सरकार के प्रति बार-बार जो विश्वास जताया है। देश के कोटी कोटी नागरिकों का आभार व्यक्त करने के लिए उपस्थित हुआ हूं।
भगवान बहुत दयालू हैं उनकी मर्जी होती है कि वे किसी ना किसी माध्यम से इच्छा की पूर्ति करता है। मैं इसे भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि ईश्वर ने विपक्ष को सुझाया और वो प्रस्ताव लेकर आए। 2018 में भी ये ईश्वर का ही आदेश था जब विपक्ष के साथी अविश्वास प्रस्तावलेकर आए थे। उस समय भी हमने कहा था कि अविश्वासप्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है। बल्कि यह उनकी का फ्लोर टेस्ट है। जब मतदान हुआ तब विपक्ष के पास जितने वोट थे उतने वोट भी वो जमा नहीं कर पाए थे। इतना ही नहीं जब हमसब जनता के पास गये तब जनता ने भी पूरी ताकत के साथ इनके लिए नो कॉन्फिडेंस घोषित कर दिया। विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है।
विपक्ष के प्रस्ताव पर तीन दिनों से अलग अलग विषयों परकाफी चर्चा हुई है। अच्छा होता कि सत्र की शुरुआत के साथ ही विपक्ष ने गंभीरता से सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया होता। हमारे दोनों सदनों में कई बिल पारित हुआ है। ये ऐसे बिल थे जो हमारे फिसरमैन के हक के लिए थे। इससे सबसे ज्यादा केरल को फायदा होने वाला था। इन लोगों को फिसरमैन की चिंता नहीं है इसलिए विपक्ष इस दौरान मौजूद नहीं रहा। सत्ता की भूख आपके दिमाग पर सवार है आपकों युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं है।