DESK: आगामी 13 मई को लोकसभा के चौथे चरण की वोटिंग होनी है। वोटिंग से पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट सामने आई है। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, चौथे चरण में चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे कुल 1710 उम्मीदवारों में 360 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। यानी चौथे चरण में विभिन्न दलों के 21 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं।
चौथे चरण के चुनाव में 360 उम्मीदवारों में से 274 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनके खिलाफ अपराध के गंभीर मामले दर्ज हैं जबकि 17 को कोर्ट से सजा सुनाई जा चुकी है। 11 उम्मीदवारों के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज हैं जो हत्या से जुड़े मामलों में लागू होती है। 30 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनके खिलाफ धारा 307 के तहत मामले दर्ज हैं वहीं 50 पर महिला हिंसा और पांच उम्मीदवारों के खिलाफ दुष्कर्म के मामले चल रहे हैं।
प्रमुख राजनीतिक दलों में शामिल ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के तीन, शिवसेना के दो, भारत राष्ट्र समिति के 17 में से 10 उम्मीदवार, कांग्रेस के 61 में से 35, बीजेपी के 70 मे से 40, तेलगु देशम पार्टी के 17 में से 9, बीजू जनता दल के चार में से दो, लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी के चार में से दो, शिवसेना के चार में से दो उम्मीदवार, वाईएसआरसीपी के 25 में से 12, टीएमसी के 8 में से 3, समाजवादी पार्टी के 19 में से सात उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
उम्मीदवारों की संपत्ति की बात करें तो 1710 उम्मीदवारों में से 476 उम्मीदवार करोड़पति हैं, इनकी संपत्ति एक करोड़ रुपए से अधिक है। 24 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने घोषणा की है कि उनके पास कोई संपत्ति नहीं है। एडीआर ने इन विश्लेषणों के आधार पर राजनीति के अपराधिकरण पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से कई सुधारों के प्रस्ताव रखे हैं।