DESK : 450 किलोमीटर की दूरी कोई मामूली नहीं होती। हालांकि लॉकडाउन के दौरान ऐसी ढ़ेरों खबरें सामने आ रही है कि फलां जगह से हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर अपने घर पहुंच गया एक शख्स।लेकिन आपने घर से ड्यूटी बजाने के लिए पैदल 450 किलोमीटर की दूरी तय करने की बात अभी तक शायद ही सुनी होगी। तो चलिए इस जांबांज पुलिस जवान की कहानी बताते है जो अपने अधिकारियों के मना करने के बावजूद लॉकडाउन में ड्यूटी देने एक राज्य से दूसरे राज्य की सीमा पैदल ही लांघ गया।
कोरोना संकट की इस घड़ी में जहां लोग घरों से निकलने में बच रहे है वैसे में कॉस्टेबल दिग्विजय शर्मा के 450 किलोमीटर चल कर ड्यूटी बजाने की बात से ही रोमांच हो उठेगा। इस कर्तव्यनिष्ठ जवान ने लॉकडाउन में ये परवाह नहीं कि वह कैसे यूपी से एमपी पहुंचेगा। लेकिन घर से पैदल ही निकल पड़ा दिग्विजय शर्मा, रास्ते में कही थोड़ी दूर के लिए लिफ्ट मिलती तो वे बैठ जाते फिर उतर कर पैदल चल पड़ते ।
20 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार दिग्विजय शर्मा ड्यूटी बजाने अपने गृहनगर यूपी से 450 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश के राजगढ़ पहुंच ही गये। दिग्विजय़ ने बताया कि चलने से पहले उन्होनें अपने पचोर पुलिस स्टेशन के एसएचओ से बात कर कोरोना वायरस की आपदा की घड़ी में ड्यूटी निभाने की बात कही थी लेकिन इस्पेक्टर साहेब ने परेशानी को देखते हुए घर ही रहने की परमिशन दे दी थी। अब दिग्विजय़ के इस जज्बे को पुलिस विभाग के आलाधिकारी दिल से सलाम कर रहे हैं। राजगढ़ के एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि वे दिग्विजय शर्मा के कर्तव्यनिष्ठा के बारे में डीजीपी को पत्र लिखेंगे और प्रशंसा पत्र देने का अनुरोध करेंगे।